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कमलेश सारडा, NEEMUCH. नीमच में आदिम जाति कल्याण विभाग (Tribal Welfare Department) 34 छात्रावासों (Hostel) का रखरखाव करता है। दो साल से इन छात्रावासों के भवन की मरम्मत नहीं की गई है। इसकी वजह से कई छात्रावासों की हालत जर्जर हो गई है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।
कभी भी हो सकता है हादसा
नीमच सिटी थाने के सामने आदिम जाति कल्याण विभाग का अनुसूचित जाति (SC) का एक छात्रावास है, जिसके भवन की हालत जर्जर हो गई है। छात्रों के लिए जो कमरा बनाए गए हैं। उनकी दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। छत की दीवारों से सीमेंट गिर रहा है। ऐसे में यहां पर कभी भी हादसा होने का खतरा बना हुआ है। लेकिन विभाग के जिम्मेदारों द्वारा पिछले 2 साल से यहां पर कोई मरम्मत का काम नहीं करवाया गया है। लिहाजा इस नए साल में अब तक परिजन अपने बच्चों का प्रवेश छात्रावास में नहीं करवा पाए हैं।
छात्र नहीं ले रहे प्रवेश
हर साल यहां पर 50 बच्चे प्रवेश लेते हैं लेकिन वर्तमान में सिर्फ एक बच्चा ही यहां पर मौजूद है। इससे यह पता लगता है कि परिजन और यहां पर प्रवेश लेने वाले बच्चों में कहीं ना कहीं डर बना हुआ है। इस मामले को लेकर जब हमने छात्रावास के पदाधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि हमने कई बार लेटर बनाकर विभाग के अधिकारियों को भेजा हैं। एक बार RES विभाग से इंजीनियर आए थे और भवन को देख कर गए थे। लेकिन आज तक उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। वही मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हम डीपीआर बनाकर दे चुके हैं, जल्द ही काम करवाया जाएगा।