/sootr/media/post_banners/776ec88db32d2f51de98a5a38a4b57ab3d8747e034b049047b4acaf8fd6d7df8.jpeg)
सचिन त्रिपाठी, SATNA. विंध्य में बीजेपी के सबसे उम्रदराज नेता नागेंद्र सिंह नागौद ने अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। इसके बाद से पार्टी के अंदर अन्य उम्रदराज नेताओं के बीच खलबली सी मच गई है। खासकर ऐसे नेताओं के बीच जो 2023 के विधानसभा चुनाव के समय 70 साल की उम्र पार कर चुके होंगे। बीजेपी ने सैद्धांतिक तौर पर चुनावी राजनीति करने वाले ऐसे नेताओं को टिकट नहीं दिए जाने का फैसला कर रखा है, जिनकी उम्र 70 साल या उससे ज्यादा हो गई है।
2023 विधानसभा चुनाव में वरिष्ठों पर लटकी तलवार!
पार्टी ने यह घोषणा 2018 के चुनाव के दौरान की थी, हालांकि उस समय इस पर कुछ स्थानों में अमल नहीं किया गया था। नागेंद्र सिंह नागौद ही इसके उदाहरण थे। उन्हें सांसद रहते हुए ही पार्टी ने विधानसभा लड़ाया था, ताकि नागौद में बीजेपी वापसी कर सके। कुछ अन्य जीत की संभावनाओं वाले नेताओं को टिकट दी गई थी, लेकिन इसी साल मई में पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी द्वारा फिर से अगले विधानसभा चुनाव में इस फार्मूले को लागू करने की बात की है। विधायक नागेंद्र सिंह द्वारा इस संबंध में स्वयं से निर्णय लिए जाने के बाद इस दायरे में आने वाले कई ऐसे नेताओं की सांसें अभी से फूलने लगी हैं, जो 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने का ख्वाब देख रहे हैं।
पार्टी ने भले ही अभी इस दिशा में नए सिरे से आगामी चुनाव को लेकर कोई घोषणा न की हो, लेकिन नेताओं के बीच अभी से चर्चाओं का बाजार गर्म है। अगर पार्टी विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के समय उम्र का बंधन निर्धारित करती है तो विंध्य के 7 जिलों की 30 विधानसभा सीटों में से आधा दर्जन के करीब ऐसी सीटें हैं, जहां पार्टी के वर्तमान विधायक इस दायरे में आ सकते हैं।
पार्टी के संकेत के बाद लिया निर्णय
बीजेपी 2023 के विधानसभा चुनाव में 70 साल से ज्यादा की उम्र पार कर चुके नेताओं को टिकट नहीं दिए जाने के फॉर्मूले का सख्ती से पालन कर सकती है, इस बात के संकेत मिलने के बाद ही नागेंद्र ने अगला चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। वैसे तो नैतिकता और शुचिता की दुहाई देने वाले प्रत्येक राजनीतिक दल ने अपना-अपना मापदंड तय कर रखा है, लेकिन जब चुनाव का समय आता है तो सारे मापदंड किनारे हो जाते हैं। अगर कुछ रह जाता है तो वह यह कि कैसे चुनाव में जीत हासिल की जाए। इसके लिए तय किए गए मापदंडों की कई बार तिलांजलि देनी पड़ती है। बीजेपी ने पिछले चुनाव के समय भी 70 की उम्र पार कर चुके नेताओं को विधानसभा की टिकट नहीं देने की घोषणा की थी, लेकिन अंत में जीत की संभावनाओं को देखते हुए इस फॉर्मूले को किनारे किया और कई उम्रदराज नेताओं को विधानसभा टिकट दी, उसमें से कई जीतकर भी आए थे। माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार भी इस फॉर्मूले पर विचार कर रही है।
ये नेता आ सकते हैं दायरे में
- नागौद : नागेंद्र सिंह
- सतना : शंकरलाल तिवारी, तीन बार के विधायक, 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी से टिकट के दावेदार
- गुढ़ : नागेंद्र सिंह
- त्योंथर : श्यामलाल द्विवेदी
- देवतालाब : गिरीश गौतम
- अनूपपुर : बिसाहूलाल सिंह
- सिंगरौली : रामलल्लू वैश्य
- जयसिंह नगर : जय सिंह मरावी