Narmadapuram. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भारतीय संविधान के अपमान करने का आरोप लगने के बाद कहा कि मैंने कोई संविधान का अपमान नहीं किया। 9 मई को गंगा सप्तमी पर प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने फिर से कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कोई अपशब्द नहीं कहा, मैंने जो भी प्रवचन में कहा वह हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर कहा था तो माफी क्यों मांगू? कोरीघाट पर पंडित मिश्रा मां नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर दिए बयान को लेकर वह अब भी मानते हैं, उसके बीच दलित समाज के लिए कोई अपशब्द नहीं बोला। अगर बोला होता तो वह माफी मांग लेते। उन्होंने कहा कि मैंने जो भी प्रवचन में कहा वह हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर कहा। आरती के बाद पंडित मिश्रा ने नर्मदा नदी को प्रदूषण से बचाने की अपील की।
मध्यप्रदेश में पंडित प्रदीप मिश्रा कथा करते करते संविधान बदलने की बात कर रहे है। सेक्युलर राष्ट्र को हिंदू राष्ट्र बनाने का जहर बो रहे है। इस पर देशद्रोह का मामला बनता है। अत: मध्यप्रदेश शासन, प्रशासन से मांग है इस व्यक्ति पर तत्काल उचित कड़ी कार्यवाही करें। @DGP_MP pic.twitter.com/GHypZFncj6
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) May 7, 2022
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की है। जब वह 6 मई को नर्मदापुरम में कथा सुनाने के दौरान एक गीत सुनाया और गीत के माध्यम से ही देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की। उन्होने कहा कि वे संविधान को बदल कर हिंदू राष्ट्र बनाएंगे। इस मांग के बाद दलित समाज भड़क गया और 14 मई को आष्टा में कथावाचक का बहिष्कार कर पुतला दहन का ऐलान कर दिया।
पंडित मिश्रा बोले- सोने की चिड़िया को सोने का शेर बनाना है
नर्मदा पुरम में 3 से 9 मई तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। यहां पंडित प्रदीप मिश्रा लोगों को भगवान शिव की महिमा के बारे में बता रहे हैं। 6 मई को उन्होंने गीत के माध्यम से लोगों से कहा कि " सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है। संविधान को बदलो हम को हिंदू राष्ट्र बनाना है। ओ जय हो हिंदुस्तान.. मेरे प्यारे हिंदुस्तान।
दलित समाज कर रहा विरोध
सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर उनकी कथा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वह जो गीत गा रहे हैं उस पर आपति जताई जा रही है। साथ ही पंडित प्रदीप मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग तक हो रही है। वहीं कुछ लोग उनका समर्थन करते भी दिख रहे हैं। वीडियो में पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचन के दौरान एक गीत नजर आ रहे हैं। गीत के बोल कुछ इस तरह हैं-
सोने की चिड़िया को फिर से सोने का शेर बनाना है
संविधान को बदलो हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है
कथा में गाए जा रहे इस गीत को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का विरोध शुरू हो गया है। संविधान को बदलने के आह्वान पर लोगों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। संविधान बदलने की बात कहे जाने पर प्रदीप मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ उनकी गिरफ्तारी की मांग तक हो रही है। दलित संगठन में आक्रोश है। दलित समाज के नेता डॉ. मिथुन नारावाले 14 मई को आष्टा में दलित समाज द्वारा पं. मिश्रा का बहिष्कार कर पुतला दहन करने की बात कह चुके हैं।
नर्मदा मैया को प्रदूषण से बचाना है
आरती के बाद पंडित मिश्रा ने नर्मदा नदी को प्रदूषण से बचाने की अपील की। उन्होंने कहा शासन-प्रशासन और राजनेता व्यवस्थानुसार नर्मदा मैया को स्वच्छ रखने का काम कर रहे है। उनको सारे समाज को साथ लेकर चलना है। नर्मदापुरम में 3 मई से 9 मई तक शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। यहां पंडित प्रदीप मिश्रा लोगों को भगवान शिव की महिमा के बारे में बता रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपील की नर्मदा मैया की पूजा के लिए पूजन पाठ की सामग्री और उसके कचरे को घाट पर न छोड़ें। घाट के कचरे को एक स्थान पर एकत्र करें और उसे निर्माल्य पात्र में ही डाले। कचरा एकत्र होने पर खाद बनाया जा सकता है, जो बाद में किसानों के काम आएगा। महाआरती का आयोजन नर्मदापुर युवा मंडल ने कोरी घाट पर किया।