कमलेश सारड़ा, NEEMUCH. हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई का नारा आज के दौर में भले थोड़ा कमजोर हो गया हो, ऐसे में भी यह उदाहरण सुकून देता है। एक मुस्लिम भाई अपनी हिंदू बहन से राखी बंधवाने की रस्म को सालों से लगातार निभा रहा है। नीमच की श्रीमती अनीता खाबिया और निम्बाहेड़ा के एजाज अहमद के बीच पवित्र स्नेह का यह रिश्ता 55 बरस पुराना है।
नीमच में कॉलेज की पढ़ाई के दौरान एजाज भाई ने अपनी मुंहबोली बहन अनीता खाबिया से पहली बार राखी बंधवाई। इसके बाद ऐसा कोई साल खाली न गया जब एजाज भाई की कलाई सूनी रह गई हो। साल दर साल दोनों के बढ़ते परिवारों में जो भी रीत रस्म हुई तो भाई और बहन ने अपनी जिम्मेदारियां भी बखूबी निभाई।
1968 से अनीता से राखी बंधवा रहे एजाज
रक्षाबंधन पर अपनी बहन से राखी बंधवाने आए एजाज भाई कहते हैं कि राखी का त्योहार हमारे लिए सबसे खास है। 1968 में जब मैं कॉलेज में था, तब से अनीता राखी बांध रही है। चाहे आंधी आए या तूफान, इस दिन हम दोनों भाई-बहन एक दूसरे को राखी बांधते ही हैं। आज के दौर में जो भी बातें होती हैं, वे सब राजनीति की हैं, इंसानियत और भाईचारा बना रहना चाहिए।