टीकमगढ़. मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले में स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर लापरवाही सामने आई है। पानी में डूबने से बेहोश हुई बच्ची के परिजन इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घंटों इंतजार करते रहे। मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव का है। बुधवार को जगदीश अहिरवार की डेढ़ साल की बच्ची तनु खेलते-खलते पानी से भरी बाल्टी में गिर गई। मौके पर मौजूद अन्य बच्चों के चिल्लाने पर परिजन मौके पर पहुंचे। बच्ची को बेहोश देख परिजन इलाज के लिए गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां करीब एक घंटे डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा।
बच्ची की रास्ते में मौत
डॉक्टर ने बच्ची को देखने से पहले ही कह दिया कि बच्ची को टीकमगढ़ ले जाओ। परिजनों ने बच्ची को टीकमगढ़ ले जाने के लिए वाहन की मांग की तो स्वास्थ्य विभाग वाहन भी उपलब्ध नही करा पाया। कुछ देर बाद पुलिस ने अपने शासकीय वाहन से बच्ची को इलाज के लिए टीकमगढ़ रवाना किया। जहां टीकमगढ़ पहुंचने से पहले ही बच्ची की रास्ते में मौत हो गई।
मामले की होगी जांच
मृतक बच्ची के परिजनों का आरोप है कि समय से बच्ची को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी, वहीं एसडीएम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
उल्टी-दस्त से दो लोगों की मौत
वहीं टीकमगढ़ में उल्टी-दस्त के शिकार दो लोगों की मौत हो गई। जिले के पृथ्वीपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत जबरपुरा में बुधवार को अचानक कुछ लोगों को उल्टी-दस्त हुए। बताया जा रहा है कि उल्टी-दस्त के कुछ देर बाद ही 4 साल की बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई। सूचना के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची है। इस संबंध में जांच पड़ताल की जा रही है।