भोपाल. कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए सरकार अलग-अलग उपाय कर रही है, वहीं भोपाल (bhopal) में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल कोरोना जांच कराने वाले 300 लोगों के नाम, मोबाइल नंबर की 13 शीट और 80 से ज्यादा स्वॉब स्टिक कबाड़ में मिली हैं। यह मामला भोपाल के कोटरा सुल्तानाबाद का है। रविवार को जो स्वॉब स्टिक मिली हैं उनपर एक्सपायरी डेट 2023 लिखी हुई है। इस सामग्री की सूचना भोपाल में आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी को दी। लेकिन इसे लेने कोई नहीं पहुंचा। CMHO का कहना है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
'कबाड़ है वह सामान'
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भोपाल में हर दिन 5500 लोगों की जांच की जा रही है। इसके लिए उनके नाम और नंबर लिए जा रहे हैं। प्रदीप खण्डेलवाल का कहना है कि उन्होंने सोमवार को CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी को फोन किया और सामान के बारे में जानकारी दी तो CMHO ने जवाब में कह दिया कि वह कबाड़ है और हमारे काम का नहीं है। प्रदीप खण्डेलवाल ने कहा कि यह CMHO ऑफिस की बड़ी लापरवाही है। सरकारी धन और जनता के टैक्स से खरीदे गए सामान को बर्बाद किया जा रहा है।