GWALIOR. पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस पर हाई अलर्ट के दौरान एक सेलून संचालक को कार में अगवा कर उससे रूपये लूटने की सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर दिया। पुलिस को इस घटना का पर्दाफाश करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन जब वह आरोपियों तक पहुंची तो वह चौंक पडी। एक आरोपी तो अभी नाबालिग हैं और वारदात में शामिल सभी आरोपी आपस में दोस्त है। कॉलेज में ग्रेजुएशन में पहले वर्ष के छात्र है जबकि पुलिस इस वारदात के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ मान रही थी।
यह हुई थी लूट
मुरार के बड़ागांव स्थित एचजी ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले विनय प्रताप श्रीवास्तव सैलून संचालक हैं। सिटी सेंटर स्थित पटेल नगर में उनका मेकअप स्टूडियो के नाम से सैलून है। वह स्वतंत्रता दिवस पर करीब दस दिन का कलेक्शन सैलून से लेकर घर के लिए निकले थे । उनके पास 40 हजार रुपए थे। जैसे ही वह बड़ागांव के पास पहुंचे तो ग्रे रंग की स्विफ्ट कार में सवार होकर आए बदमाश इनके पास आकर रुके। कार इनके सामने लगाई। चारों बदमाश कार से उतरे और इसके बाद सबसे पहले विनय प्रताप श्रीवास्तव को यहीं पीटा। इसके बाद अगवाकर कार में डालकर ले गए। कार में डालकर उनकी मारपीट करते रहे। उनसे 40 हजार रुपए और मोबाइल छीन लिया। फिर बेहटा पुल से करीब तीन किलोमीटर आगे बदमाशों ने कार से इन्हें धक्का देकर सड़क पर गिराया और भाग गए। विनय अगले दिन मुरार थाने पहुंचे और अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआइआर कराई।
ऐसे हुआ खुलासा
एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी ने बताया कि हाई अलर्ट के दौरान हुई यह सनसनीखेज वारदात को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। लग रहा था कि इस वारदात को किन्ही पेशवर बदमाशों ने अंजाम दिया है। पुलिस की टीम ने पांच सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। वारदात नेशनल हाइवे के नजदीक हुई थी और उससे सटे बेहटा गाँव के पास ही पीड़ित को छोड़ा था इसलिए सबसे पहले हाइवे के टोल बेरियर के ही फुटेज खंगाले लेकिन वहां निराशा हाथ लगी क्योंकि नीले रंग की संदिग्ध कार वहां से नहीं गुजरी। तो सारा ध्यान सिटी के अंदर के फुटेज पर केंद्रित किया गया आखिरकार दीन दयाल नगर के एक कमरे में यह कार दिखी जिसमें से एक युवक उतरता भी दिखा। बस इसी के आधार पर पुलिस ने शिनाख्तगी का प्रयास शुरू किया क्योंकि कार में नंबर प्लेट हटा दी गयी थी।
विवेचना के दौरान आये तकनीकी साक्ष्य व सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया जाकर उनकी तलाश की गई। विगत रात्रि थाना प्रभारी मुरार शैलेन्द्र भार्गव के नेतृत्व वाली टीम मुखबिर के बताये स्थान थाना महाराजपुरा क्षेत्रान्तर्गत डीडी नगर क्षेत्र में पहुँची तो वहां मुखबिर के बताये हुलिये के दो संदिग्ध लड़के खड़े दिखाई दिये। उन्होंने पुलिस टीम को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम द्वारा उक्त दोनों संदिग्ध लड़कों का पीछा कर पकड़ लिया गया। उक्त पकड़े गये दोनों संदिग्ध लड़कों से पूछताछ करने पर उन्होने पूछताछ में लूट का खुलाशा करते हुए अपने साथियों के नाम भी बता दिए। पुलिस द्वारा अधिक पूछताछ करने पर उन्होने अपने आप को डीडी नगर व सैनिक कालोनी का रहने वाला बताया तथा पकड़े गये आरोपियों की निशादेही पर पुलिस ने लूटे गये वीवो कम्पनी के दोनों मोबाइल व पांच हजार रूपये नगद जप्त किये गये। लूट की घटना में प्रयुक्त कार के संबंध में पूछने पर उन्होने बताया कि कार उनके फरार साथी के घर पर है। पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये बदमाशों की निशादेही पर फरार आरोपी के घर से मारूति स्विफ्ट कार भी बरामद कर ली गई है। फरार आरोपी की पुलिस टीम द्वारा तलाश की जा रही है। पकड़े गये दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाकर उनसे लूट की शेष रकम व शहर में हुई अन्य लूट की बारदातोें के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
पुलिस अधीक्षक के अनुसार पकडे गए एक आरोपी की उम्र 17 साल है और दूसरे की बीस साल। फरार आरोपी भी उन्ही के आयु समूह के हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना के रोज पहले सभी दोस्तों ने मिलकर पहले एक जगह पार्टी की जिसमें जमकर शराब पी और जब वे शराब पीकर लौट रहे थे तभी अचानक एक आदमी पिट्ठू बैग लेकर जाते दिखा तो अचानक घटना को अंजाम देने का तय हुआ और उसके आगे जाकर कार अड़ा दी। जब तक वह कुछ समझ पाता तब तक सबने कार से उतरकर उसकी पिटाई शुरू कर दी और जब वह निढाल होने लगा तो फिर उसे कार में पटक लिया और रास्ते में भी उसे पीटा और आपसे छीनकर उसे हाइवे के पास छोड़ दिया और कार को हाइवे से उतारकर दीनदयाल नगर की तरफ ले आये और सब उतरकर अपने -अपने घर चले गए और कार को छुपा दिया। पुलिस ने लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली और लुटे गए मोबाइल के साथ पांच हजार रूपये भी। बाकी रुपये फरार दोनी साथियों पर हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है