Damoh. कहा जाता है की पूत कपूत हो सकता है लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती, लेकिन दमोह जिले के रजपुरा थाना अंतर्गत एक कलयुगी की माता का ऐसा रूप भी देखने मिला है जो अपने 5 दिन के नवजात शिशु को क्रेशर प्लांट के पास फेंक कर भाग गई। आज सुबह लोगों ने जब इस नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी तो वह मौके पर पहुंचे इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वंदना रैकवार की मदद से नवजात शिशु को इलाज के लिए हटा सिविल अस्पताल में लाया गया जहां एसएनसीयू वार्ड में उसका इलाज चल रहा है।
रजपुरा थाना के बरी कनौरा गांव में एक गिट्टी का क्रेशर प्लांट है जो पिछले काफी समय से बंद पड़ा हुआ है। आज सुबह करीब 7 बजे यहां एक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो नवजात कपड़ों में लिपटा हुआ दिखाई दिया। उसके ऊपर चीटियां भी चल रही थी। बच्चे को देखकर ग्रामीणों ने तत्काल ही गांव की महिलाओं को भी सूचित किया महिलाओं ने बच्चे को साफ कपड़े में उठाया और उसे साफ किया। इसके बाद रजपुरा थाना पुलिस को सूचित किया।
थाने की सीमा को लेकर भी रही असमंजस
उक्त स्थान रजपुरा और मगरोन थाना के बीच में आ रहा है इसलिए दोनों थाना क्षेत्र की पुलिस नवजात शिशु को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची और उसे भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस नवजात शिशु को फेकने वाली मां की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि संभवतः किसी ने अपना पाप छिपाने के लिए नवजात को यहां फेंक दिया था। बच्चे की मां का पता लगने तक उसे चाइल्डलाइन केयर के कार्यकर्ताओं की देखरेख में रखा जाएगा।