Seoni, Vinod Yadav. मध्यप्रदेश में हाल ही में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद निर्वाचित हुए सरपंचों से ग्रामीण जनता को विकास की उम्मीदें हैं लेकिन इनमें से कई चुनाव जीतते ही सिर्फ और सिर्फ अपने विकास के एकसूत्रीय कार्यक्रम में जुट गए हैं। ऐसे ही एक माननीय सरपंच सिवनी में भी हत्थे चढ़ चुके हैं। सिवनी के घंसौर में सुचानमेटा ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित सरपंच को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने उस धर दबोचा जब उनके हाथ 15 हजार रुपए की रिश्वत लेने के बाद लाल रंग में रंग गए थे। आरोप है कि सरपंच शिवकुमार उइके ने मुकेश गोल्हानी नामक व्यापारी से ईंट प्लांट लगाने की एनओसी देने के नाम पर यह रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त में कर दी शिकायत
जिसके बाद व्यापारी मुकेश गोल्हानी ने लोकायुक्त में सरपंच की शिकायत कर दी। मामले की जांच के बाद लोकायुक्त पुलिस ने ट्रेप बिछाया और फरियादी को कैमिकल लगे नोटों के साथ सरपंच के पास भेजा। जैसे ही सरपंच ने रिश्वत के नोट लेकर अपनी जेब में रखे तत्काल टोह लगाए बैठी लोकायुक्त की टीम ने उसे धर दबोचा। बाद में जब सरपंच शिवकुमार के हाथ धुलवाए गए तो वे गुलाबी रंग में रंग चुके थे।
लोकायुक्त ने दर्ज किया मामला
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सरपंच शिवकुमार उइके के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं उनकी कारगुजारी की सूचना जिला पंचायत और कलेक्ट्रेट को भेज दी गई है। अब भ्रष्टाचार के लपेटे में आ चुके सरपंच पर अग्रिम कार्रवाई कलेक्टर ही करेंगे। बता दें कि नवनिर्वाचित सरपंच को पद और गोपनीयता की शपथ लिए कुछ ही दिन बीते हैं और इतने कम समय में ही उन्होंने घूसखोरी का पूरा प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया।