SIDHI. जिला पंचायत के 17 वार्डों में 15 के परिणाम घोषित हो चुके हैं लेकिन अमिलिया, कुबरी वार्ड के परिणाम अधर में पड़े हैं। यहां विरोधी प्रत्याशियों ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कोर्ट में पेंच फंसा दी है। अब न तो परिणाम की घोषणा हो पा रही और न ही दोबारा चुनाव का आदेश। दो वार्डों के चुनाव परिणाम अधर में हैं तब ऐसे में 29 को जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव कैसे होगा ये सवाल बना हुआ है। एक तरफ दो सदस्यों का चुनाव बाकी है तो दूसरी तरफ अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए कलेक्टर को जवाबदारी सौंप दी गई है।
चुनाव की तैयारी में जुटे दावेदार
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दो प्रमुख दावेदार कोर्ट के झमेले में पड़े हुए हैं बाकी जो बचे हैं वे तैयारी में जुटे हुए हैं। बीजेपी अध्यक्ष तो आधा दर्जन सदस्यों को लेकर मुख्यमंत्री निवास तक हो आए हैं। सदस्य टूटने न पाएं इसलिए उन्हें यात्रा पर भेज दिया है। कांग्रेस ऊहापोह की स्थिति में पड़ी है, जिन दो वार्डों के सदस्य प्रमुख दावेदार थे उनके परिणाम अटके हैं। कोर्ट पता नहीं क्या निर्णय लेता है ? फिर से चुनाव हुए तो विरोधियों के जीतने के आसार हैं। कम से कम अमिलिया वार्ड में तो यही स्थिति हो सकती है, जो भी हो अभी तो कांग्रेस के सदस्यों की संख्या कम दिख रही है। कोर्ट के फैसले के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा की बाजी किसके हाथ लगेगी।
कलेक्टर को बनाया पीठासीन अधिकारी
राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का 29 जुलाई को चुनाव कराने कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है। यानी चुनाव के लिए आयोग तैयार है पर जिन दो वार्डों में कोर्ट की पेंच फंसी है उसका क्या होगा अभी तय नहीं हुआ है। जाहिर है कुबरी, अमिलिया वार्ड के निराकरण बगैर अध्यक्ष का चुनाव कराया ही नहीं जा सकता। अगर आयोग ने कोर्ट के बिना आदेश चुनाव करा भी लिए तो फिर कोर्ट का झमेला तय है। तब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन भी दो सदस्यों की तरह कोर्ट की जद में आ जाएंगे।
निकाय चुनाव से उत्साहित कांग्रेस और बीजेपी में मायूसी
जिले में सम्पन्न हुए निकाय चुनाव ने कांग्रेस को संजीवनी दे दी है। कांग्रेस ने सीधी नगर पालिका में बीजेपी को पटकनी तो दी ही साथ ही चुरहट नगर पंचायत के चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की है। रामपुर नैकिन में केवल एक पार्षद कम जीता नहीं तो यहां भी बढ़त मिल जाती। निकाय चुनाव में मिली कामयाबी से उत्साहित कांग्रेस अब जिला पंचायत और जनपद पंचायतों में कब्जा जमाना चाहती है। इसलिए शुरू से ही फूंक-फूंककर कदम रख रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह ने जनपदों में चुनाव की निगरानी करने प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं, साथ ही अपने सदस्यों को एकजुट रखने के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने किया बीजेपी की हार का दावा
कांग्रेस नेताओं का दावा है कि जनपद और जिला पंचायत चुनाव में भी बीजेपी को मात खानी पड़ेगी। फिलहाल कांग्रेस एक तरफ जनपद और जिला पंचायत की चुनाव तैयारी में जुटी है तो बीजेपी के प्रमुख नेता निकाय चुनाव में मिली हार के सदमे से नहीं उबर पाए हैं। अभी तक केवल जिला अध्यक्ष इन्द्रशरण सिंह भोपाल में जीते सदस्यों की नुमाइश करते दिखे हैं। बाकी के सांसद, विधायक अपने-अपने कामों में व्यस्त देखे जा रहे हैं या जनपद में जीत का जिम्मा सदस्यों पर छोड़ दिया है।