भोपाल. कोवैक्सिन (Covaxin) को मंजूरी देने के लिए मंगलवार, 26 अक्टूबर को WHO के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक के दौरान टीके को आपात इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी गई। WHO ने वैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक (Bharat Biotech) से अतिरिक्त डाटा देने के लिए कहा है। अब इस ग्रुप की अगली बैठक 3 नवंबर को होगी, जिसमें कोवैक्सिन के ग्लोबल यूज को लेकर फाइनल असेसमेंट किया जाएगा। WHO के प्रवक्ता ने कहा था कि अगर समिति संतुष्ट होती है, तो अगले 24 घंटों के भीतर इस टीके को लेकर असेसमेंट की जाएगी।
विदेश यात्रा करने में मुश्किल
कौवैक्सिन को अभी तक 13 देशों से मंजूरी मिल चुकी है। भारत बायोटेक ने 19 अप्रैल को WHO से कोवैक्सिन के अप्रूवल के लिए एप्लिकेशन दी थी, लेकिन अभी तक पेंडिंग है। इस कारण कोनवैक्सिन लेने वाले लोग विदेश यात्रा (Foreign Trip) नहीं कर पा रहे हैं। मंजूरी मिलने के बाद भारत बायोटेक इसे आसानी से दुनियाभर में एक्सपोर्ट भी कर पाएगी। साथ ही लोग इसे वैक्सीन पासपोर्ट की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे।
मूल वैरिएंट के खिलाफ 77.8 प्रभावी
कोवैक्सिन ने WHO को कोरोना के मूल वैरिएंट के खिलाफ 77.8 फीसदी और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65.2 फीसदी प्रभावी बताया था। कोवैक्सीन को इमरजेंसी यूज की सूची में शामिल करने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में WHO ने कहा कि सलाहकार समूह ने आज (मंगलवार को) बैठक की और फैसला किया कि टीके के वैश्विक उपयोग के मद्देनजर अंतिम लाभ-जोखिम मूल्यांकन के वास्ते निर्माता से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगे जाने की जरूरत है।