GUNA. गुना में असहाय और लावारिस छोड़े गए बुजुर्गों के लिए जिला प्रशासन ने कैंट क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च करके बिल्डिंग तो तैयार कर ली लेकिन वहां की बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर आश्रम संचालक स्वयं असहाय हो रहे हैं। प्रशासन बुजुर्गों को सुविधाएं देने की बात सिर्फ कागजों पर ही करता दिखाई दे रहा है। आश्रम में प्रबंधक स्टाफ के मनचले अंदाज में व्यवस्थाओं की कार्यप्रणाली देखने को मिली। निर्देशों के मुताबिक कुछ भी ठीक नहीं पाया गया। वहीं मैनेजर ने इस मामले में कलेक्टर को पत्र लिखने की बात कही।
विशेष कार्यक्रमों की कोई एंट्री नहीं
वृद्धा आश्रम में आम लोग विशेष दिवस पर वृद्धजनों के लिए भोजन, नाश्ता, वस्त्र वितरण जैसे कार्यक्रम करते हैं। लेकिन कार्यक्रमों को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए कार्यक्रम से संबंधित कोई एंट्री नहीं की जाती है। समय से कई दिनों पहले कार्यक्रम से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करने पर न ही फोन उठाया जाता है और न ही व्हाट्सएप पर किए गए कोई भी मैसेज देखे जाते हैं। व्यवस्था प्रबंधक जावेद खान से बात करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें व्हाट्सएप चलाना नहीं आता, वे सिर्फ सादा फोन चलाते हैं। जबकि उनके जेब में एंड्राइड मोबाइल रखा हुआ था।
पीने के लिए शुद्ध पेयजल नहीं, मनोरंजन के साधन नहीं
गुना की श्रीसांई नाथ सेवा सदन समिति ने वृद्धों की सेवा को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर को पत्र लिखा। इन व्यवस्थाओं के साथ साधनों पर वृद्धों ने कहा कि आश्रम में पीने के लिए साफ पानी भी उपलब्ध नहीं है, आरओ और वॉटर कूलर नहीं है। वृद्धों ने कहा कि उनका मनोरंजन नहीं होता, आश्रम में टीवी नहीं है। जबकि गुना के समाजसेवियों ने टीवी, फ्रिज, वॉटर कूलर जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। वृद्धा आश्रम की नई बिल्डिंग में बुजुर्गों को शिफ्ट हुए करीब 2 महीने हो चुके हैं। इसके बावजूद न तो वहां टीवी पहुंची है और न ही वॉटर कूलर को शिफ्ट किया गया है। बुजुर्गों का कहना है प्रबंधक जावेद खान से कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन वे ध्यान नहीं देते हैं।
आश्रम में प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना
प्रशासन के वृद्ध जनों को लेकर जिला प्रशासन के सख्त निर्देश हैं कि उनके स्वास्थ्य, भोजन-भजन, अध्ययन, पेयजल, विश्राम के लिए साधन और सुरक्षा के उपाय रहे। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला, जिसमें वृद्धा आश्रम में कहीं न कहीं प्रबंधक की लापरवाही सामने आई है।
नए वृद्धा आश्रम में नहीं मिला चौकीदार, पुराने आश्रम में लगी है नाइट ड्यूटी
नए वृद्धा आश्रम से चौकीदार नदारद मिला। उसकी पुराने वृद्धा आश्रम पर ही नाइट ड्यूटी लगाई गई है। पुराने वृद्धा आश्रम में 8 से 10 लोग रहते हैं जबकि नए वृद्धा आश्रम में करीब 40 बुजुर्ग हैं जिनकी सुरक्षा खतरे में है। पूरे मामले में कलेक्टर से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।