Jabalpur. ओपन वेब एक्सचेंज के जरिए पूरे देश में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले कुख्यात सटोरिए सतीश सनपाल के गैंग का एक और सदस्य पुलिस गिरफ्त में आ गया है। पुलिस ने सतीश सनपाल के खासमखास कलेक्शन एजेंट अमित शर्मा को धर दबोचा है। पुलिस को सतीश सनपाल के फ्लैट से जिस दिन लाखों रुपए नगद बरामद हुए थे उसी दिन से अमित शर्मा को पुलिस तलाश रही थी। जिसे मुखबिर की सूचना पर रसल चौक इलाके से दबोच लिया गया।
धोबी के नाम पर खोली फर्म और चलाया गोरखधंधा
सतीश सनपाल के यहां काम करने वाले दीपक रजक के भाई प्रमोद ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे घर में शादी होने के चलते रुपयों की जरूरत थी। जिस पर छोटे भाई दीपक ने अपने सेठ सतीश सनपाल से रुपए उधार मांगे थे। जिस पर सतीश सनपाल ने प्रमोद रजक के आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटोकॉपी लेकर उससे कुछ दस्तावेजों में साइन कराए और 30 हजार रुपए दिए थे। सतीश सनपाल के यहां छापा पड़ने के बाद घबराए प्रमोद ने पुलिस की शरण ली और पूरी घटना बताई जिसके बाद जांच में यह पाया गया कि प्रमोद की जानकारी के बगैर उसके नाम से वााशेट सर्विस प्राईवेट लिमिटेड नाम की फर्म खोली गई थी। जिसकी आड़ में गोरखधंधा भी चलाया जा रहा था। प्रमोद की रिपोर्ट पर पुलिस ने सतीश सनपाल, विवेक पांडे और अमित शर्मा के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया था।
लुक आउट सर्कुलर हुआ जारी
दूसरी तरफ लंबे समय से देश से बाहर बैठे सतीश सनपाल को पकड़ने के लिए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने के लिए पत्र लिखा था। जिसके मद्देनजर बीओआई ने सतीश सनपाल का लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है। इस सर्कुलर का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर फरार अपराधियों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिसके जरिए विदेशों में बॉर्डर या एयरपोर्ट पर अपराधी पकड़े जाते हैं। यह पहली बार है जब जबलपुर शहर के किसी आरोपी के लिए पुलिस को बीओआई से पत्राचार करना पड़ा हो और उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया हो।