Balaghat. प्रदेश में अचानक भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के यहां ईओडब्ल्यू की ताबड़तोड़ कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। जबलपुर में नगर निगम के सहायक यंत्री और भोपाल में एक क्लर्क के यहां छापेमार कार्रवाई के बाद आर्थिक अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बालाघाट में बिजली कंपनी के सहायक यंत्री दयाशंकर प्रजापति के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रजापति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने संबंधी शिकायत विभाग को प्राप्त हुई थी। जिसकी विवेचना के बाद विभाग यह कार्रवाई कर रहा है। शुरूआती तौर पर ईओडब्ल्यू को दयाशंकर प्रजापति द्वारा आय से 280 फीसद ज्यादा संपत्ति अर्जित किए जाने के साक्ष्य मिले हैं।
ईओडब्ल्यू की ओर से मिल रही जानकारी के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने पर प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे विवेचना में लिया जा चुका है। विवेचना उप पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह द्वारा की जा रही है। जिसके बाद न्यायालय से सर्च वारंट लेकर विभाग ने बालाघाट के प्रेमनगर स्थित दयाशंकर प्रजापति के निवास पर छापा मार दिया।
4 मकान और जमीनों के दस्तावेज बरामद
शुरूआती तौर पर ईओडब्ल्यू को प्रजापति के 4 आलीशान मकानों, बालाघाट जिले में कई जमीनों के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। वहीं प्रजापति की अन्य संपत्तियों के बारे में भी टीम पतासाजी कर रही है। इसके अलावा एक मारूति सुजुकी कार, बाइक और मोपेड घर में खड़ी मिली हैं।
इधर नगर निगम के एई के लॉकर में मिला खजाना
इधर जबलपुर में एक दिन पहले हुई नगर निगम के सहायक यंत्री के यहां छापेमार कार्रवाई में ईओडब्ल्यू की टीम ने आदित्य शुक्ला के लॉकरों की खोजबीन की। बैंक ऑफ इंडिया में मौजूद शुक्ला के लॉकर से टीम को साढे 6 सौ ग्राम सोने और एक किलो चांदी के जेवरात बरामद हुए हैं। जिनका वैल्यूअर से वैलुएशन कराया जा रहा है। साथ ही सहायक यंत्री आदित्य शुक्ला की आदित्य कॉन्वेंट स्कूल में हिस्सेदारी होने के साक्ष्य भी ईओडब्ल्यू को मिले हैं। इसके अलावा टीम को गुप्त सूत्रों से मिली गोपनीय चिट्ठी में शुक्ला के मंडला स्थित फार्म हाउस और कई जमीनों की जानकारी भी प्राप्त हुई है। जिसकी पड़ताल टीम द्वारा की जा रही है।
बेटी को गिफ्ट किया था 75 लाख का मकान
ईओडब्ल्यू की टीम को इस बात के सबूत भी मिले हैं कि सहायक यंत्री आदित्य शुक्ला ने अपनी बेटी को एक मकान बतौर उपहार दिया था जिसकी कीमत 75 लाख रुपए थी। टीम उक्त मकान के दस्तावेजों की भी छानबीन कर रही है। कुल मिलाकर छापेमार कार्रवाई में सहायक यंत्री आदित्य शुक्ला शुरुआत में 5 करोड़ की संपत्ति के आसामी पाए जा रहे थे लेकिन अब सिलसिलेवार ढंग से मिल रही नामी-बेनामी संपत्तियों के चलते उनकी संपत्ति का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।