Bhopal. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में छोटे किसानों (Farmers) को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) का फायदा दिलाने के मकसद से बड़ा बदलाव किया जा रहा है। अब राज्य में बीमा के लिए फसल क्षेत्र की शर्त को कम करके 100 हेक्टेयर के स्थान पर 50 हेक्टेयर कर रहा है। राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के लिए फसल क्षेत्र की शर्त 100 हेक्टेयर के स्थान पर 50 हेक्टेयर करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं। फसल बीमा योजना (Crop Insurance) में क्षेत्र में यह बदलाव वनग्रामों के किसानों के साथ अन्य छोटे किसानों के लिए वरदान साबित होगा।
सुरक्षा कवच व क्षतिपूर्ति की भरपाई होगी
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ अभी तक 100 हेक्टेयर 1 पटवारी हल्के में जो भी फसल खरीफ- रबी सीजन में बोई जाती है, जिसमें धान चना गेहूं सरसों फसलों का ही बीमा होता था लेकिन 50 हेक्टेयर से कम किसी पटवारी हल्के में यह फसलें हैं तो किसानों की फसलों का बीमा नहीं होता था इसलिए कई गांव और पटवारी हल्के के किसान फसल बीमा के लाभ से वंचित रह जाते थे, जिससे किसान भाइयों को आर्थिक क्षति और नुकसान होता था लेकिन हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि अब रबी 2022-23 और खरीफ 2022- 23 का जो बीमा होगा जो पटवारी हल्कों में मिनिमम 100 हेक्टेयर था। अब 50 हेक्टेयर कर दिया गया है।
छोटे किसान होंगे लाभान्वित
अब 50 हेक्टेयर या उससे अधिक पटवारी हल्के में फसल बोई जाएगी तो उस फसल का बीमा कराया जा सकता है। जिससे विशेषकर छोटे किसानों के साथ आदिवासी वन ग्रामों के किसानों को फायदा होगा। प्रदेश के छोटे किसानों के साथ वन ग्रामों में रहने वाले आदिवासी किसान भाइयों और बहनों की फसलों जिसमें गेहूं, चना, सरसों, धान, राई का बीमा नहीं होता था। अब सरकार के इस निर्णय से छोटे किसानों को फसल बीमा योजना के तहत सुरक्षा कवच मिलेगा। फसलों की क्षति पूर्ति होने पर बीमा कंपनी किसानों की क्षतिपूर्ति की भरपाई करेगी।
मध्यप्रदेश में "प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" अंतर्गत पटवारी हल्का स्तर पर अधिसूचित की जाने वाली फसलों का न्यूनतम रकबा 100 हेक्टेयर से घटाकर 50 हेक्टेयर कर दिया है।
मा. पीएम श्री @narendramodi जी, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री @nstomar जी एवं मा. सीएम श्री @ChouhanShivraj जी का आभार! pic.twitter.com/nucHpJbZKK
— Kamal Patel (@KamalPatelBJP) September 20, 2022