Bhopal. मध्यप्रदेश में कांवेंट स्कूल की तर्ज पर सीएम राइज स्कूल खुलने जा रहे है। जिसमें 3 साल के बच्चों को केजी 1 क्लास में एमिशन दिया जाएगा। पहले सरकारी स्कूलों में 6 साल के बच्चों को एडमिशन दिया जाता था, लेकिन अब इसमे बदलाव होने जा रहा है सीएम राइज स्कूलों में बच्चों को प्रवेश देकर। प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा सुधारने के स्तर को सुधारने के लिए सरकार नयाय प्रयोग करने जा रही है।
ड्रॉपऑउट छात्रों को ढूंढ रही सरकार
जुलाई में शुरू होने जा रहे सीएम राइज स्कूल में बच्चों के लिए कई प्रकार की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण क्षेत्र के इलाके के बच्चों को लाने लेजाने के लिए बस की व्यवस्था की गई है, जिससे बच्चों को स्कूल आने में कोई समस्या नहीं होगी। साथ ही सरकार ऐसे बच्चों को चिन्हित कर रही है जिसने किसी भी वजह से पढ़ाई छोड़ दी या ड्रॉपऑउट हो गए, उनकों वापस लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
अब नहीं बदलना पड़ेगा स्कूल
यह स्कूल 5+3+3+4 के फार्मूले पर काम करेंगे। मतलब नर्सरी, केजी1, केजी2, पहली, दूसरी + तीसरी, चौथी, पांचवी + छटवीं, सातवीं, आठवी + नौवी, दसवीं, ग्यारवीं, बारहवीं। स्कूल में एडमिशन लेने के लिए कोई एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होगा। सीएम राइज स्कूल के द्वार सभी के लिए खुले हुए है। पूर्व प्राथमिक स्कूल मतलब पहली से पहले की क्लासेस को बाल वाटिका नाम भी दिया जा सकता है।
शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि प्रदेश में आंगनवाड़ी की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अभिभावक बच्चों को प्राइवेट स्कूल में एडमिशन करा देते है। लेकिन अब सरकार सीएम राइज स्कूल में अच्छी व्यवस्था के साथ 3 साल के बच्चों को केजी 1 में एडमिशन देगी, जिससे आने वाले समय में बच्चों को स्कूल न बदलना पड़े।