शिवाषीश तिवारी, Bhopal. पत्रकारिता में मास्टर डिग्री करने वाली 23 साल की सदफ (Sadaf) अब छतरपुर (Chhatarpur) जिले की ग्राम पंचायत पनौता (Panauta) की सरपंच बनने के लिए मेहनत कर रही है। उसकी सोच और विजन दोनों साफ हैं। इसी आधार पर उसने पंचायत विकास का पूरा रोडमैप भी तैयार किया हुआ है। सदफ कहती है कि उसने गांव की परेशानियां देखी हैं और वो लोगों की इन तकलीफों को ही दूर करने के लिए सरपंच बनना चाहती है। अकेली सदफ ही नहीं एमए एलएलबी करने वाली पुष्पा सिंह (Pushpa Singh) भी सड़कर पंचायत की सरपंच पद की उम्मीदवार हैं। पुष्पा सिंह कहती हैं कि जमाना अब पत्नी को सरपंच बनाकर सरपंच पति के राज करने का नहीं हैं। पढ़ी लिखी महिलाएं समस्याओं का समाधान करने और विकास की नई इबारत लिखने के लिए तैयार हैं।
पंचायत चुनाव में तीन लाख महिला उम्मीदवार
ये तो कुछ उदाहरण हैं जो ये बताने के लिए काफी हैं कि ये बढ़ा हुआ महिला उम्मीदवारी का ग्राफ सत्ता में भागीदारी कर महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) के नए आयम को छूने के लिए है। इस बार के पंचायत चुनाव में महिला ताकत उभर कर सामने आई है। जिला पंचायत (District Panchayat Election) से लेकर सरपंच और पंच तक 2 लाख 96 हजार से ज्यादा महिलाओं ने चुनाव में भागीदारी की है। यानी अब आधी आबादी सिर्फ वोटर नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि के रुप में अपना मुकाम हासिल करने रही है। महिला अध्ययन केंद्र की प्रमुख रहीं आशा शुक्ला (Asha Shukla) कहती हैं कि ये अचानक नहीं हुआ है बल्कि अब महिला जागरुकता का असर दिखने लगा है। महिलाओं की पहुंच अब सिर्फ उन सीटों तक नहीं है जो उनके लिए आरक्षित हैं बल्कि वे अब पुरुषों के बीच भी मुकाबले में उतरी हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जबकि इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं ने उम्मीदवारी की है। महिला विचारक दमयंति पाणी (Damayanti Pani) कहती हैं कि अब महिलाएं सरपंच पति का चोला उतरकर खुद पंचायत करना चाहती हैं। महिलाएं जिला पंचायत से लेकर पंच तक गांव के विकास का खाका खींचने के लिए तैयार हैं।
- जिला पंचायत से पंच तक कुल पद — 3 लाख 94 हजार 233
ये है जिला पंचायत की स्थिति
- जिला पंचायत सदस्य के लिए कुल पद — 875
ये है जनपद पंचायत की स्थिति
- जनपद पंचायत सदस्य के लिए कुल पद — 6711
ये है सरपंच पद की स्थिति
- सरपंच के लिए कुल पद — 22921
ये है पंच पद की स्थिति
- पंच के लिए कुल पद — 3 लाख 63 हजार 726