Bhopal.
ओबीसी आरक्षण के बिना हो रहे नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के विरोध में दलित पिछड़ा समाज संगठन सरकार के विरोध में खुलकर सामने आ गया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि किसी भी सूरत में ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए सड़कों पर संघर्ष करना पड़ा, जेल भी जाना पड़ा तो जाएंगे। दलित पिछड़ा समाज संगठन के संयोजक दामोदर सिंह यादव ने कहा कि सरकार की रिव्यू पीटिशन वाली बात किसी लॉलीपॉप से कम नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब गुंजाइश कम है। यदि सरकार सच में पिछड़ा वर्ग की हितेषी है तो चुनाव को रोककर बताए। उन्होंने कहा कि वह उमा भारती, कृष्णा गौर, अरूण यादव, राजमणि पटेल, कमलेश्वर पटेल, भारत सिंह कुशवाहा समेत तमाम बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, जो इस मुद्दे पर पिछड़ा वर्ग समाज को समर्थन देगा, समाज भी उसी नेता को अपना समर्थन देगा।
आरएसएस के ईशारे पर आरक्षण समाप्त करने की कोशिश
संविधान बचाओ मंच के संयोजक सुनील बोरसे ने आरोप लगाया कि यह सब आरएसएस के ईशारे पर हो रहा है। पूर्व में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण की पुन: विवेचना करने की बात कही थी, यह सब जो हो रहा है यह उसी का एक भाग है। सुनील बोरसे ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर ट्रिपल टेस्ट से संबंधित डेटा कोर्ट को उपलब्ध नहीं कराया, जिसके कारण यह स्थिति बनी।
16 को राजधानी और 18 से प्रदेशभर में प्रदर्शन
प्रांतीय कुशवाहा समाज के अध्यक्ष योगेश कुशवाहा ने बताया कि 16 मई को राजधानी भोपाल के बोर्ड आफिस चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि अनुमति नहीं मिली तब भी प्रदर्शन होगा। वहीं 18 मई से 26 मई तक बैरसिया, सिरोंज, आरोन, गुना, अशोकनगर, शिवुपरी, करैरा, दतिया, सेंवढ़ा, ग्वालियर, विदिशा, भिंड समेत 30 जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा।