छतरपुर. यहां के पन्ना रोड़ पर एक मासूम की जान पर बन आई। पेरेंट्स ने होटल की पार्किंग में 1 साल के बच्चे को कार में ही छोड़ दिया। इस दौरान कार लॉक हो गई। कार की चाबी अंदर ही थी। बच्चे ने जब जोर-जोर से रोना शुरू किया। तब परिजन को एहसास हुआ कि बच्चा कार के अंदर ही फंसा है। घटना 23 जनवरी की है।
कांच तोड़कर बच्चे को निकाला: आनन-फानन में गेट खोलने की कोशिश की, लेकिन जब गेट नहीं खुला तो परिजन ने स्थानीय लोगों की मदद से कांच को तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे के पिता राजेश यादव ने बताया कि कार में से बच्चे को पहले निकालना था, लेकिन हमारी गलती के कारण वह फंस गया। गनीमत रही कि समय रहते परिजन को मालूम चल गया कि बच्चा कार में ही फंसा है, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
कार में फंस बच्चे को कैसे बचाएं: अगर बच्चा कार में फंसा है और गाड़ी धूप में है, तो सबसे पहले बच्चे को बाहर निकालें। ऐसे में कई बार गाड़ी की चाभी नहीं मिलती या चाभी बच्चे के साथ ही कार के अंदर रह जाती है। ऐसी हालत में चाभी का ज्यादा इंतजार करने के बजाए कार का शीशा तोड़ कर तुरंत बच्चे को बाहर निकालना चाहिए।
शीशा तोड़ते समय रहें सावधान: घबराहट में अक्सर कई बार लोग शीशे पर तेजी से पत्थर या हथौड़ा मारने लगते हैं। इससे कार के अंदर बैठे बच्चे को शीशा का टुकड़ा भी लग सकता है। इसलिए जरूरी है कि कार के शीशे पर हल्के हाथ से हथौड़ा मारे और इसे धीरे-धीरे तोड़ें।
कैसे तोड़ें शीशा?: बच्चा जहां बैठा हो उससे दूर वाले शीशे को तोड़ें। इससे कांच के टूटने से बच्चा सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा हथौड़े सा किसी दूसरे औजार को तिरछा करके शीशे को तोड़े। सीधा करके तोड़ने पर कांच का टुकड़ा छिटक कर बच्चे को लग सकता है।