संजय गुप्ता, इंदौर। शहर की व्यस्त रहने वाली सड़क रविवार को बेरोजगारों युवाओं से भर गईं। आधा किलोमीटर तक पूरी सड़क पर बेरोजगार ही नजर आ रहे थे। पांच दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने रविवार 25 सितंबर को दीनदयाल पार्क भंवरकुआं से सात किमी तक रीगल तिराहे तक पैदल मार्च निकाला और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। आधी रोटी-आधा पेट, बेरोजगार जीवन चढ़ गया भेंट के नारे लगाते हुए युवाओं ने अपने ज्ञापन में साफ चेतावनी दी है कि हमें जेल भेजने की धमकी दी जाती है तो अब दो दिन बाद हम खुद ही जेल भरेंगे। दो दिन में यदि सीएम और उनकी पूरी कैबिनेट के साथ हमारी मुलाकात नहीं होती है तो इंदौर सहित पूरे प्रदेश में बेरोजगार युवा जेल ही भरेंगे। इस दौरान अपने अनोखे नारों से प्रदर्शनकारियों ने आसपास से गुजर रहे लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
चार साल से कर रहे हैं इंतजार
बेराजगार युवाओं ने कहा कि अभ्यर्थी चार साल से इंतजार कर रहे हैं। कभी परीक्षा होती है तो रिजल्ट नहीं आता, रिजल्ट आता है तो भर्ती नहीं करते हैं। प्रदेश में तीन लाख पद खाली पड़े हुए हैं और भर्ती की कोई प्रक्रिया नहीं हो रही है। आंदोलन स्थल की बिजली काटी जाती है, बाउंडओवर के लिए नोटिस जारी होते हैं। आंदोलन को दबाने की कोशिश की जा रही है, जो अब दबेगा नहीं। प्रदर्शनकारियों ने मौके पर आए प्रशासनिक अधिकारियों को अपना ज्ञापन भी सौंपा।
मंत्री-नेताओं ने देखा तक नहीं
पंडित दीनदयाल जयंती के मौके पर रविवार को मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व महापौर मधु वर्मा सहित कई नेताओं ने भंवरकुआं चौराहे पर दीनदयाल उपवन में लगी पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया, लेकिन इस दौरान आंदोलनकारियों की ओर देखा तक नहीं। पुष्पांजलि अर्पित कर सभी नेता मोबाइल पर बात करते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर चुपचाप फोटो खिंचवाकर निकल गए।