GWALIOR.वर्षों से गर्मगोश्त के सौदों के लिए बदनाम ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके में स्थित बदनापुर और रेशमपुरा में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त की जांच में रोज नित नए एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।इस मामले में एसपी ने एक एसआईटी का गठन कर दिआ है और क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी है। चौबीस घंटे में क्राइम ब्रांच की टीम दो बार फिर बदनापुर पहुँची,जहाँ से एक और नाबालिग बच्ची को और बरामद कर लिया है।
एक नाबालिग बच्ची और मिली
पुलिस की पड़ताल में एक बच्ची के होने का पता चला तो टीम फिर सम्बंधित घर में पहुँची। बच्ची मिल गयी लेकिन इस नाबालिग बच्ची का कोई भी रिकॉर्ड नहीं मिला है।इस नाबालिग बच्ची ने बताया है कि वह कोलकाता की रहने वाली है और उसकी मां का देहांत होने के बाद मुँह बोली मौसी उसे बदनापुर गांव में छोड़ कर चली गई।पुलिस अब तक इस पूरे मामले में चार नाबालिग बच्चियों को बरामद कर चुकी है जिन्हें केयर सेंटर में रखा गया है पूछताछ जारी है।इस ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में पुलिस ने एसआईटी गठित की है जो अलग-अलग पहलुओं पर जांच करेगी।
तीन दिन पहले शुरू हुआ ऑपरेशन शक्ति
यहाँ स्मरण रहे कि तीन दिन पहले ग्वालियर पुलिस ने ऑपरेशन शक्ति चलाकर बदनापुरा में सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन किया था और इस सर्च ऑपरेशन में लगभग 180 से अधिक पुलिस जवान और अफसरों ने एक साथ बदनापुर की रेड लाइट एरिया को चारों तरफ से घेर लिया था ।इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस को 6 बच्चियां बरामद हुई। जिनकी उम्र लगभग 10 वर्ष से 16 वर्ष है। बरामद की गई 6 बच्चियों में से गांव वालों ने तीन बच्चियों के संबंधित दस्तावेज दिखा दिए थे लेकिन तीन बच्चियों के दस्तावेज न मिलने के कारण पुलिस इन तीनों नाबालिग बच्चियों को लेकर चाइल्ड केयर सेंटर में भिजवा दिया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच की पुलिस ने एक फिर से बदना पुरा गांव में जाकर सर्चिंग की और जहां से एक और बच्ची को बरामद किया।
मौसी ने देह व्यापार में झोंका
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एसआईटी में शामिल महिला अधिकारियों और काउंसलर की टीम ने बच्ची से पूछताछ की तो उसने अपने आपको कोलकाता का निवासी बताया है। उसने बताया है कि उसकी मां की देहांत होने के बाद उसकी मुंहबोली मौसी कोलकाता से बदनापुर लेकर आई जहां उसकी शादी कराई और उसके बाद और देह व्यापार में लिप्त हो गई। पुलिस ने इन चारों बच्चियों को केयर सेंटर में रखा है जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट भी बनवाये
ऑपरेशन शक्ति को लीड कर रहे आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने बताया है कि ग्वालियर का बदनापुर और रेशमपुरा दिन व्यापार के लिए बदनाम है। इस गांव में बच्चियों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं इसी को लेकर इस मामले का भंडाफोड़ करने के लिए एसआईटी की टीम गठित कर दी है।उन्होंने बताया है कि बदनापुर गांव में लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले पुलिस से बचने के लिए लड़कियों से फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाते थे।और इसको लेकर पुलिस ने शहर में चलने वाले एक क्यूसेक सेंटर से युवक युवतियों को निगरानी में लिया है इनके आधा सैकड़ा जाली डाक्यूमेंट्स मिले हैं