उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय ने ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करने के लिए अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय के कुलपति अब मॉर्निंग और ईवनिंग वॉक करने वाले लोगों पर ऑक्सीजन टैक्स लगाएंगे। लखनऊ में व्याखान देने के बाद यह फैसला लिया गया। ये टैक्स अपनी इच्छानुसार है। विक्रमअदित्य के नौ रत्नों की ही तरह नौ पर्यावरण संरक्षित क्षेत्र बनाए जाएंगे।
ऑक्सीजन लेवल बनाए रखना जरूरी
लखनऊ में एक व्याखान के दौरान उन्हें ये आइडिया आया। उनके अनुसार एक व्यक्ति 750 किलोग्राम ऑक्सीजन लेता है। एक पेड़ हमें 550 किलोग्राम ऑक्सीजन देता है। ऐसे में जरूरी है कि हम ऑक्सीजन लेवल को बनाए रखे। ये आइडिया तभी सफल होगा जब हर कोई अपनी भागीदारी देगा।
इनके नाम से लगाए जाएंगे पौधे
एक साल तक रखरखाव करना जरूरीविक्रमादित्य के दरबार में नौ रत्न थे। इन्ही के नाम पर पौधे लगाए जाएंगे ।धन्वंतरि, क्षपणक, अमरसिंह, शंकु, घटकर्पर, कालिदास, वेतालभट्ट, वररुचि और वराह मिहिर । यह सभी पौधे मॉर्निंग और ईवनिंग वॉक वाले लोग लगाएंगे। इन पौधे का रखरखाव करना भी वॉक करने वालों की जिम्मेदारी होगी। 1 साल तक पेड़ो का ख्याल रखना होगा। जरूरत पड़ने पर एक आदमी नियुक्त करना होगा जो पेड़ की रक्षा करें। ऑक्सीजन लेवल मेंटेन रहे, इसके लिए क्लासेज लगाई जाएंगी। विश्वविद्यालय के हर सदस्य की जिम्मेदारी रहेगी।