GWALIOR. इंदौर में पुलिस द्वारा एक टीआई द्वारा की जा रही बसूली की शिकायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को स्वयं संज्ञान लेकर भरी मीटिंग में इस पर निर्देश देना पड़ा था इस बीच ग्वालियर में भी कुछ पीड़ित लोग एक टीआई के उत्पीड़न और बसूली करने की रिकॉर्डिंग लेकर एसपी के पास पहुँच गए। एसपी ने भी तत्काल कार्यवाही करते हुए महाराजपुरा थाने के टीआई और तीन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच करके जांच शुरू कर दी।इंदौर की तरह यह मामला भी जमीन से सम्बंधित है और टीआई ने डेढ़ लाख की बसूली की थी।
थाने में कपडे उतरवाकर प्रताड़ित किया
गोला का मंदिर के रहने वाले रामशरण सिंह ने एक जमीन का सौदा किया था। जिसने जमीन के बदले एग्रीमेंट किया वह जमीन उसकी थी ही नहीं। जिस महिला की यह जमीन थी, उस महिला की शिकायत पर जमीन बेचने वाले पर महाराजपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया। इस बीच रामशरण अपने दोस्त नीरज सिंह तोमर और राकेश श्रीवास के साथ जमीन पर साफ सफाई करने पहुंचे। तभी महाराजपुरा थाने में पदस्थ सिपाही कुलदीप तोमर और विजय पाल आए। यह लोग तीनों को जबरन और अकारण पकड़कर थाने ले गए।यहां महाराजपुरा थाना प्रभारी प्रशांत यादव ने इन्हें धमकाना शुरू कर दिया। इनके कपड़े उतार दिए और प्रताड़ित किया।
तीन लाख मांगे डेढ़ लाख बसूले
टीआई और पुलिस स्टाफ द्वारा लगातार की जा रही प्रताड़ना से परेशान लोगों से सिपाहियों ने छोड़ने के एवज में तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में सौदा डेढ़ लाख में पट गया। पीड़ित तीनों लोगों ने थाने के पास वाले मंदिर पर डेढ़ लाख रुपये दिए इसके बाद इन्हें छोड़ दिया गया।
बकील के जरिये की शिकायत
तीनों फरियादियों ने अभिभाषक अवधेश भदौरिया के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी से शिकायत की। इसके बाद जांच शुरू हुई तो टीआई सहित पुलिसकर्मी अलग अलग लोगों से फोन कराकर रुपये वापस करने की बात कहने लगे। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तीनों को लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मृगाखी डेका को सौंपी गई है।
एसएसपी अमित सांघी ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने मुझसे शिकायत की थी कि उन्हें महाराजपुरा थाने में बिना वजह रख मारपीट की गई और पैसों की डिमांड भी की गई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए टीआई और दो आरक्षकों को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया है। मामले की जांच एडिशनल एसपी सेंट्रल को सौंपी गयी है। रिपोर्ट मिलते आगे की कार्यवाही भी की जाएगी।