संजय गुप्ता, Indore. ओबीसी आरक्षण(OBC reservation) कितना दिया जाए? इसे लेकर कोर्ट में चल रही कानूनी लड़ाई के चलते साढ़े तीन साल से पीएससी (मप्र लोक सेवा आयोग) के रिजल्ट अटके हुए हैं। उम्मीदवार इंतजार में समय बर्बाद होता देख रहे हैं और उधर युवा नौकरी के लिए परेशान हो रहे हैं, साथ ही उम्र बढ़ती जा रही है। इसके चलते भी अभ्यर्थियों पर देर-सबेर पात्रता से ही बाहर होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। नतीजों में देरी से परेशान उम्मीदवार विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर गए। 500 से ज्यादा अभ्यर्थी सुबह 11.30 बजे भंवरकुआ भोलाराम उस्ताद (Bhanwarkua Bholaram Ustad)मार्ग से तिरंगा यात्रा निकालकर पीएससी मुख्यालय का घेराव करने के लिए निकल पड़े। खास बात है कि विद्यार्थियों के घेराव के कारण शुक्रवार को शहर की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं(competitive exams) की तैयारी करवा रही कोचिंग संस्थानों ने भी छुट्टी घोषित कर दी।
यह रिजल्ट अटके हुए
राज्यसेवा परीक्षा 2019 के साथ ही राज्यसेवा परीक्षा 2020 और 2021 के नतीजे भी पीएससी ने घोषित नहीं किए हैं। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण पर स्थिति साफ नहीं होने के कारण पीएससी ने परीक्षा तो करवा ली लेकिन रिजल्ट घोषित नहीं कर रहा। उम्मीदवारों के अनुसार पीएससी की परीक्षाओं की तैयारी करने वाले और भाग लेने वाले ज्यादातर विद्यार्थी इंदौर से बाहर के हैं। मध्यमवर्गीय परिवारों के ये अभ्यर्थियों के पढ़ाई का खर्च अब घरवालों ने भेजना भी बंद कर दिया है। पीएससी रिजल्ट नहीं दे रही और पढ़ाई छुड़वाकर परिवार वाले उनकी शादियां करवा रहे हैं।