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panna. मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के नायब तहसील कार्यालय के बाबू को 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एक गरीब व्यक्ति से बीपीएल कार्ड बनवाने के एवज में नायब तहसीलदार पवई मंडल कल्दा के बाबू ने 6 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसे सागर लोकायुक्त रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जैसी ही लोकायुक्त की टीम ने छापा मारा तो नायब तहसील कार्यालय में सनसनी फैल गई।
बाबू को रंगेहाथों किया गिरफ्तार
फरियादी राम अवतार रजक निवासी सुनवारी ने कल्याण मंडल के नायब तहसीलदार ऑफिस में बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए दो वर्ष पहले आवेदन किया था। 22 अप्रैल को दोपहर में पन्ना जिले के नायब तहसील कार्यालय कल्दा पवई में पदस्थ बाबू द्वारा हितग्राही से बीपीएल कार्ड बनवाने के मामले में 8000 हजार की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि बाबू अवधेश पांडे द्वारा सुनवारी निवासी राम अवतार रजक से बीपीएल कार्ड बनवाने के एवज में 8000 हजार रुपये की मांग की गई थी। फरियादी 2000 हजार पहले ही दे चुका था।
लोकायुक्त ने की कार्रवाई
इसके बाद बाकी के 6000 हजार की और मांग की गई थी। इसकी शिकायत फरियादी ने सागर लोकायुक्त से की। लोकायुक्त ने फरियादी से पूरी बात समझी। इसके बाद उसे समझाया कि कैसे हमारी टीम छापा मारेगी और आपको क्या करना है। इसके बाद सागर लोकायुक्त डीएसपी राजेश वानखेड़े की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। 11 मार्च भी पवई के कुआंताल मेले में मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे। उन्होंने पन्ना जिला प्रशासन से कहा था कि फर्जी बीपीएल कार्ड में जुड़े हुए नामों को काटकर हकीकत के गरीब व्यक्तियों के नाम जोड़कर उन्हें शासन की योजना का लाभ दिया जाए।