Panna. उत्तरकाशी में हुए बस हादसे का सच सामने आ गया है। बस हादसे में पन्ना से चारधाम यात्रा पर निकले 28 तीर्थयात्रियों की बस खाई में गिर गई थी। हादसे में 26 लोगों ने जान गंवाई थी। बस हादसे में बचे दंपती ने सच का खुलासा किया है। दंपती का कहना है कि बस ड्राइवर को झपकी लग गई थी। इसलिए बस खाई में गिर गई। बस का स्टीयरिंग फेल होने का बयान झूठा निकला है। घायल ड्राइवर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से स्टीयरिंग फेल होने की बात झूठ कही थी। बस को चलाकर देखा गया था, उसका स्टीयरिंग फेल नहीं था। उत्तरकाशी प्रशासन अब तक हादसे की पूरी तरह से जांच नहीं कर पाया है। ड्राइवर और बचे हुए घायलों के बयान भी नहीं लिए गए हैं।
घायल दंपती ने बताया सच
बस हादसे में बचे दंपती उदय सिंह और उनकी पत्नी हक्की राजा पन्ना के चिखला गांव के रहने वाले हैं। उनका उत्तरकाशी के प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। दंपती का कहना है कि ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। मना करने पर भी उसने बस की स्पीड कम नहीं की। खाई और पहाड़ी पर भी वो बस तेज चला रहा था। उदय सिंह ने बताया कि वे 5 जून को सुबह 10 से 11 बजे के बीच निकले थे। एक बस में 28 और दूसरी बस में 41 तीर्थयात्री थे। शाम करीब साढ़े 7 बजे हादसा हुआ। ड्राइवर सुबह से बस चला रहा था। वो सिर्फ एक-दो जगह चाय पीने के लिए रुका था। बस में आगे बैठे लोगों ने ड्राइवर को तेज बस चलाने से मना भी किया था क्योंकि रास्ता दुर्लभ था लेकिन उसने कहा कि ये उसका रोज का काम है कुछ नहीं होता है, वो तो यात्रियों को ले जाता रहता है। हादसे के वक्त बस की स्पीड 70-80 की रही होगी।
ड्राइवर को झपकी लगने से खाई में गिरी बस
उदय सिंह का कहना है कि बस चलाते-चलाते ड्राइवर को झपकी लग गई और बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। बस कुछ वक्त के लिए पेड़ में अटककर रुक गई थी इस दौरान वे उनकी पत्नी और कुछ लोग बाहर निकल गए थे। कुछ वक्त बाद पुलिस आ गई। उदय सिंह ने ही पुलिस को बताया कि बस में 28 लोग सवार थे और एक ही ड्राइवर था। एक्स्ट्रा ड्राइवर नहीं था।
2-3 दिन से सोया नहीं था ड्राइवर
उदय सिंह ने बताया कि बस में उन्होंने ड्राइवर से बातचीत की थी। उसने बताया था कि वो पिछले 2-3 दिन से सोया नहीं है। ड्राइवर कमाई के चक्कर में सोने पर ध्यान नहीं देते हैं। अगर वो ये बात पहले बता देता तो एक-दो दिन और रुक जाते। उदय सिंह ने बताया कि सीएम शिवराज घायलों से मिलने पहुंचे थे। उन्हें हमने हादसे के बारे में बताया था। उदय सिंह ने कहा था कि बस तेज चल रही थी इसलिए पलट गई। स्टीयरिंग फेल नहीं हुई थी, ज्यादा स्पीड की वजह से ड्राइवर बस को कंट्रोल नहीं कर पाया।
ARTO की रिपोर्ट में स्टीयरिंग फेल होने का जिक्र नहीं
बस हादसे की जांच अधिकारी बड़कोट एसडीएम शालिनी नेगी ने बताया कि 15 जून को ARTO ने बस हादसे की वजह की जांच रिपोर्ट उन्हें सौंपी है। रिपोर्ट में स्टीयरिंग फेल होने की बात नहीं लिखी गई है। हादसे में बस डैमैज होने के कारण हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है। कारण फिलहाल अज्ञात है। SDM का कहना है कि बचे हुए घायल और ड्राइवर के बयान नहीं लिए गए हैं। इसलिए हादसे की असली वजह तक नहीं पहुंच पाए हैं। पूरे मामले की जांच जारी है।