जबलपुर. भोपाल (Bhopal) के कमला नेहरू अस्पताल (Kamla Nehru Hospital) में आग लगने और 10 बच्चों की मौत का केस हाईकोर्ट (High Court) पहुंच गया है। वहीं दूसरी ओर हमीदिया कैम्पस (Hamidia Campus) में कमला नेहरू बिल्डिंग में आग लगने की घटना के बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के उन हॉस्पिटल या नर्सिंग होम की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, जिन्होंने अब तक फायर ऑडिट (Fire Audit) नहीं कराया है। नागरिक उपभोक्ता मंच ने याचिका में कहा है कि इसमें प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आती है। याचिका पर जल्द सुनवाई का आग्रह किया गया है।
हाईकोर्ट पहुंचा हमीदिया मामला
हमीदिया में बीते दिनों आग लगने से दस बच्चों की मौत हो गई थी।अब ये मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। याचिका हाईकोर्ट में लंबित है। हाईकोर्ट में जांच रिपोर्ट पेश कर दी गई है। जिसमें कहा गया है कि आग रोकने की व्यवस्था अस्पताल में नहीं थी। नागरिक उपभोक्ता मंच के डॉ पी जी नाजपांडे (Dr. P.G. Najpande) ने लंबित याचिका में भोपाल की घटना का उल्लेख करते हुए आवेदन पेश किया है। जिसमें कहा गया है कि हमीदिया अस्पताल में आग की घटना से 10 बच्चों की मौत से सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही साफ उजागर होती है। सरकार की कार्यशैली पर भी प्रश्न किए गए हैं। कोर्ट से सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
30 नवंबर तक फायर ऑडिट रिपोर्ट मांगी
नगरीय विकास एवं आवास विभाग (Urban Development and Housing Department) के प्रमुख सचिव मनीष सिंह ने इसकी रिपोर्ट मांगी है। यदि 30 नवंबर तक फायर ऑडिट नहीं होता है, तो हॉस्पिटल के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन खत्म किए जा सकते हैं। 57 फायर इंजीनियर हकीकत देखेंगे। PS सिंह ने प्रदेश के सभी कलेक्टर, निगम कमिश्नर, CMO और विभाग के संयुक्त संचालकों से रिपोर्ट मांगी है।