Damoh. पुलिस पर आरोप तो बहुत लगते हैं लेकिन खाकी वर्दी के अंदर जिंदादिल इंसानों की जिंदादिली भी कई बार लोगों को भा जाती है। ऐसे जिंदादिल पुलिस वाले समाज के बीच अपनी एक अलग छवि बनाते है और पुलिस की ड्यूटी के अलावा समाज सेवा के कार्य भी करते है। दमोह जिले के हिंडोरिया थाना की बिलाई चौकी प्रभारी भी अक्षेन्द्रनाथ सूर्यवंशी भी इसी तरह का एक सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा गांव के बच्चों को निशुल्क कोचिंग पढ़ाई जा रही है। यह कोचिंग पिछले डेढ़ माह से चल रही है। जिसमें बच्चों को बेसिक शिक्षा के साथ ही योग भी कराया जा रहा है। आज आलम यह है की बच्चे एक दिन भी छुट्टी नहीं लेते।
योगा से होती है सुबह की शुरूआत
सुबह 7 बजे से 10 बजे तक कोचिंग, योग के साथ बच्चों को खेल की प्रेक्टिस कराई जा रही है। जिसमें कक्षा 1 से लेकर 10 तक के बच्चे शामिल होते हैं। 10 बच्चों से यह शुरुआत हुई थी जिनकी संख्या लगभग 80 पहुंच गई है। बिलाई चौकी प्रभारी अक्षेन्द्रनाथ सूर्यवंशी का कहना है कि ग्रामीण बच्चों की बेसिक पढ़ाई कमजोर है उन्होंने जब यह देखा तो मन में ख्याल आया कि उन्हें स्कूल के अलावा अलग से भी पढ़ाई करने की जरूरत है और प्रयास शुरू कर दिया। वह चाहते हैं कि यहां के बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। इनकी जो बेसिक कमियां हैं जैसे गणित,हिंदी,इंग्लिश,सामान्य ज्ञान कीं शिक्षा संबंधित उनकी पूर्ति करें इस कार्य में गांव के शिक्षक नरेश पटेल, रोहित द्वारा समय - समय पर आकर बच्चों को कोचिंग में पढ़ाई जाती हैं। सुबह बच्चों को योगा कराया जाता है, उसके बाद कोचिंग में पढ़ाई करवाई जाती है।
पढ़ाई के साथ फिटनेस की भी शिक्षा
बच्चों को पढ़ाई, योगा और खेल ग्राउंड में खेल भी खिलाया जाता है। देखा जाता है कि ग्रामीण बच्चों को खेलने के लिए ग्राउंड नहीं होता है। इसलिए पुलिस अधीक्षक दमोह के निर्देश पर चौकी परिसर में यहां ग्राउंड तैयार किया गया है। जिसमें सभी बच्चों को बाली बाल, क्रिकेट, खिलाया जाता है और लंबी कूद ऊंची कूद के लिए रेत का ग्राउंड तैयार किया गया है।
चौकी प्रभारी ने बताया की वह चाहते हैं कि यदि बच्चों के अंदर पुलिस का भय है तो वह दूर हो प्रेम और व्यवहार बना रहे और पुलिस के प्रति लोगों का सम्मान बढे इसलिए यह कोचिंग की शुरुआत की है। जिसमें प्रधान आरक्षक भगवानदास दाहिया, आरक्षक प्रियेश पाठक एवं गांव के अन्य लोगों द्वारा बच्चों को निशुल्क कोचिंग पढ़ाई जाती है।