नीरज श्रीवास्तव, पिपरिया. अगले दो दिनों तक यानी 26 और 27 मार्च तक पूरी सरकार पचमढ़ी (Pachmarhi) से चलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बस के जरिए पचमढ़ी के लिए रवाना हो चुके हैं। जिस सड़क से होकर सरकार की बस गुजर रही है उसके आसपास के गांवों में रहने वाले लोग कह रहे हैं। मंत्री और मुख्यमंत्रियों को ऐसे ही घूमते रहना चाहिए। दरअसल, ग्रामीण पुल की रैलिंग के लिए 2 साल से गुहार लगा रहे थे। लेकिन प्रशासन बजट (Budget) की कमी बताकर मांग को नकारता रहा।
ये है पूरा मामला: ग्रामीणों के मुताबिक, बाड़ी बरेली से पिपरिया के बीच सिवनी गांव में नर्मदा नदी (Narmada river) पर पुल पड़ता है। 2020 की बाढ़ में पुल की रैलिंग क्षतिग्रस्त हो गई। दो साल से ये रैलिंग टूटी हुई थी। इस रैलिंग के टूटे होने की वजह से इस पुल पर कई हादसे हो चुके है। चूंकि अब प्रदेश के मुखिया और मंत्री इस पुल से गुजरेंगे तो रातोंरात इस पुल की रैलिंग बनाने का काम शुरू हो गया।
पुल के मैंटेनेंस का काम एमपीएसआरडीसी और सेतु विकास निगम के पास है। पिछले दो सालों से यहां के स्थानीय ग्रामीण पुल सुधारने के लिए इन विभागों में आवेदन दे रहे थे। लेकिन अधिकारी मेंटेनेंस की राशि ना होने की बात कहकर ग्रामीणों की मांग को अनसुना कर रहे थे। पुल का मेंटनेस करने वाले कर्मचारी ने बताया कि 23 मार्च से इसका काम शुरू हुआ है। यहां पर रैलिंग सुधारने का काम किया जा रहा है। पूरे पाइप बदले जा रहे हैं। बहुत दिनों से खराब थी इसलिए सुधारा जा रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक, ये वाकई में बेहद शर्मनाक स्थिति है और ये बताती है कि आम आदमी की सुनवाई नहीं है। सरकारी दफ्तरों में काम करवाने के लिए आम आदमी को कितने पापड़ बेलना पड़ते हैं ये उसकी एक बानगी भर है। ये हालात बदलने चाहिए लेकिन कब बदलेंगे? इसलिए लोग कह रहे हैं कि सरकार को तो महीने भर घूमना ही चाहिए। कम से कम घूमेंगे तो अधिकारी आनन-फानन में विकास काम तो करेंगे।
पचमढ़ी में सरकार का मंथन: रात में लगभग 12 बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने 30 कैबिनेट मंत्रियों सहित बस से पचमढ़ी पहुचेंगे। भोपाल से बाड़ी बरेली मार्ग से पिपरिया तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। शनिवार को सुबह लगभग 8 बजे से पचमढ़ी झील के पास कैबिनेट की बैठक प्रारंभ होगी। जिसमें प्रदेश विकास के लिए विभिन्न योजनाओं के साथ 2023 के चुनाव जीतने के लिए मंथन होगा। बीते लगभग 4 दिन से पूरा प्रशासन पचमढ़ी में कैबिनेट की बैठक की तैयारियो में लगा हुआ है। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। केवल कलेक्टर एवं एसपी सहित सुरक्षा एवं सचिव स्तर के अधिकारी ही प्रवेश कर पा रहे हैं। अन्य अधिकारियों को मंत्रियों की व्यवस्था के लिए लगाया गया है। पचमढ़ी में व्यवस्था में लगे अधिकारी के अलावा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के आगंतुक विधायक भी ठहरने के लिए जगह तलाशते देखे जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बड़े अधिकारी विधयकों के फोन तक नही उठा रहे हैं। पर्यटकों के लिए धूपगढ़ एवं बायसन लॉज को सोमवार तक के लिए बंद कर दिया गया है।