Indore. टी आई हाकम सिंह सुसाइड केस के मुख्य गवाह और एएसआई रंजना खांडे के भाई कमलेश की गुरुवार रात एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई ।धामनोद के रहने वाले कमलेश के परिवार का बयान है कि stov भभकने से वह झुलस गया था। बाद में उन्हें 30 फीसदी जलने के बाद इंदौर रेफर किया गया था जहां उपचार के बाद गुरुवार रात उनकी मौत हो गई। 24 जून को जब हाकम सिंह ने रंजना को गोली मारी थी और खुद की गोली मारकर आत्महत्या की थी उस दौरान कमलेश मौके पर था। बाद में इंदौर पुलिस ने उससे पूछताछ भी की थी और उसके बाद छोड़ दिया था। उसके बाद अचानक घटना सामने आई है। उल्लेखनीय है की विवादित कार कमलेश के नाम पर थी जिसे लेकर टीआई और रंजना बीच विवाद बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में पुलिस (Police) कंट्रोल रूम की पार्किंग में 24 जून को एक थाना प्रभारी (Police Station In-Charge) हाकम सिंह (Hakam Singh) ने एक महिला पुलिसकर्मी (Policewoman) को गोली मारकर आत्महत्या (Suicide) कर ली थी. हाकम सिंह की तैनाती भोपाल (Bhopal) के श्यामला हिल्स थाने में थी. मामले कि गुत्थी अभी सुलझी नहीं थी कि इस बीच केस के एक मात्र चश्मदीद (Eyewitness) ने कथित तौर पर खुद को आग के हवाले कर आत्महत्या कर ली।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि महिला पुलिसकर्मी रंजना खेड़े और थाना प्रभारी हाकम सिंह के बीच कार को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। थाना प्रभारी ने रंजना खेड़े को गोली मारकर सुसाइड कर ली। वहीं, रंजना खांडे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। रंजना खेड़े के भाई कमलेश को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था. आरोप है कमलेश ने आत्मदाह की कोशिश की। वहीं, पुलिस घायल रंजना खेड़े का अब तक बयान नहीं ले पाई है।
आत्मदाह के आरोपी कमलेश को मंगलवार की देर रात धार जिले के धमनोद स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार देकर इंदौर के लिए रेफर कर दिया गया। कमलेश के आग में झुलसने को लेकर परिजनों ने अलग कहानी बताई। परिजनों ने बताया कि कमलेश स्टोव पर कुछ पका रहा था। उसी समय उसके कपड़ों में आग लग गई, जिससे उसका शरीर झुलस गया था। बाद में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।