योगेश राठौर, INDORE
पहली बार रणजी ट्रॉफी विजेता बनी मप्र की टीम और खिलाड़ियों की सराहना के लिए डाक विभाग आगे आया है। विभाग ने सोमवार को खिलाडियों की ट्राफी के साथ एक बडी फोटो इस पर लगाई है और इस कवर के पीछे विजेता बनने की कहानी भी लिखी है। कोई भी डाक भेजने वाला व्यक्ति पोस्ट ऑफिस से यह कवर ले सकता है।
डाक विभाग के अधिकारी बृजेश कुमार ने कहा कि देश भर में हमारे 500 ब्यूरो है जो डाक सामग्री को कलेक्टर करने का काम करते हैं, कुछ विदेश में भी है, यह सभी को भेजा जाएगा।
पहले विभाग ने ली थी आपत्ति
इंदौर के अधिकारी इसे पहले ही लाना चाहते थे लेकिन तब डाक विभाग ने इस पर आपत्ति ली थी कि आपकी जगह यह पहल और आवेदन एमपीसीए की ओर से आना चाहिए। लेकिन बाद में चर्चा के बाद मुद्दा सुलझा और यह जारी हो सका.
20 साल पहले केवल एक बार ऐसा हुआ था
एमपीसीए के पूर्व प्रेसिडेंट व बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने कहा कि 20 साल से ज्यादा समय पहले ऐसा कवर निकला था, लेकिन इसके बाद कभी ऐसा नहीं हुआ।
सचिव बोले गोल्डन पीरियड तो आना बाकी
वहीं एमपीसीए के सचिव संजीव राय ने कहा कि यह गोल्डन पीरियड तो नहीं है, अभी तो आना बाकी है, यह केवल शुरुआत है। इसमें सभी की अहम भूमिका रही है। इसके पहले देश के क्रिकेट में एमपीसीए का नाम इतना अधिक नहीं था लेकिन इस जीत के बाद यह बढेगा। खिलाड़ियों की एप्रोच भी बदलेगी।