Damoh. पद तो आते जाते रहते हैं, कितने बड़े विधायक, कितने बड़े मंत्री यह कोई याद नहीं रखता, लेकिन जो एक काम जनता के हित के लिए आप करके जाएंगे उसे सभी याद रखते हैं। उस समय सुकून मिलता है कि जिस भरोसे से लोगों ने आपको जनप्रतिनिधि बनाकर भेजा था आपने वह भरोसा कायम रखा है। यह बात मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कही। दरअसल पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया दमोह में चल रही विभिन्न परियोजना में से एक सतधरु सिंचाई एवं पेयजल परियोजना का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान वह भावुक हो गए और कहा की वो दिन तो देखने को में रहूंगा नही क्योंकि उम्र के उस पड़ाव पर हूं।
700 गांवों को मिलेगा पानी
मलैया ने सर्वप्रथम डैम का निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों के साथ चर्चा कर संपूर्ण जानकारी ली। बता दें कि अपने कार्यकाल में पूर्व वित्त मंत्री मलैया ने जिले में लगभग 3000 करोड़ की कई सिंचाई और पेयजल परियोजना स्वीकृत कराई थीं। उन्हीं में से एक परियोजना सतधरु डेम की है। जिससे करीब 700 गांव के लोगों को पीने का पानी मिलेगा। 200 से अधिक गांव के लोगों को खेतों में सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा। यह परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है। डैम में पानी पर्याप्त मात्रा में भर गया है। पहले वर्ष डेम को केवल 70 प्रतिशत ही भरा जाता है अगले वर्ष यह बांध अपनी पूरी क्षमता से भरेगा।
दिसंबर माह से मिलने लगेगा पानी
वर्तमान में करीब 130 गांव के लोगों को पीने का पानी भी पहुंचने लगा है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को स्वीकृत कराने के लिए कई अड़चनें सामने आई थीं, लेकिन वह इस विभाग से जुड़े हुए थे जिससे उन्होंने दमोह के हित में सभी से स्वीकृति करा ली उन्होंने कहा कि आने वाला समय दमोह जिले वासियों के लिए खुशहाली का होगा। इस डेम में खास बात यह है की 1350 करोड़ की इस परियोजना से 700 गांव में पानी पहुंचेगा।
इसकी क्षमता 65 एमसीएम है फिलहाल इसमें 40 एमसीएम पानी भर गया है 170 टैंक बनाए गए हैं जिन से ग्रामीण क्षेत्रों में जल सप्लाई की जाएगी अभी तक 130 टैंक बन चुके हैं। दिसंबर तक लगभग सभी गांव में पानी पहुंच जाएगा। 20000 एकड़ में इस बांध से सिंचाई की जाएगी।
पर्यटन स्थल बनाएंगे
इस अवसर पर पूर्व मंत्री मलैया ने कहा कि सतधारु डेम को पर्यटन स्थल बनाया जाएगा इसके लिए कार्य पूर्ण होने के बाद प्रयास किया जाएगा इसके सुझाव लगातार आ रहे हैं।