Gwalior. खेल की दुनिया में चंबल की एक बेटी ने पूरे भारत को गौरवान्वित किया है। ग्वालियर(gwalior) की बेटी दिव्यांग खिलाड़ी प्राची यादव ने पोलैंड में आयोजित "पैरा कैनो वर्ल्ड कप"(Para Canoe World Cup) में ब्रॉन्ज मेडल(bronze medal)जीतकर इतिहास रच दिया है। दिव्यांग खिलाड़ी प्राची यादव(Prachi Yadav) पैरा कैनो विश्व कप में मेडल लाने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई है। इससे पहले प्राची यादव पैरा ओलंपिक में मेडल लाने से चूक गई थीं। इसके बाद प्राची ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की थी। इस दौरान मोदी ने प्राची यादव का हौसला बढ़ाया था।
पूरे देश को किया गौरवान्वित
बता दें पोलैंड (Poland) के पोजनन शहर में पैरा कैनो वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है। इसमें खिलाड़ी प्राची ने भाग लिया और 200 रेस का सफर 1.04.71 सेकेंड में पूरा कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि के लिए उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला। प्राची की इस उपलब्धि से पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है। इस उपलब्धि से प्राची ने चंबल ही नहीं बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
जीवन में किया कई चुनौतियों का सामना
पैरा कैनो वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत (India) की पहली खिलाड़ी बनी प्राची यादव का जीवन काफी संघर्ष भरा है। दिव्यांग(Handicapped) होने के बावजूद उन्होंने कई चुनौतियों का सामना कर एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। प्राची ने अपनी शुरुआती ट्रेनिंग चंबल के छोटे जिले गौरी सरोवर में ली और उसके बाद वे ग्वालियर आई। ग्वालियर में वे लगातार संघर्ष कर अपने लक्ष्य को पाने में जुटी रही। आज उसी की नतीजा है कि प्राची ने ये मुकाम हासिल किया।