Bhopal. रेलवे यार्ड या रैक प्वाइंट से हो रहे प्रदूषण को लेकर पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड एक्शन मोड में आ गया है। पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीसीबी) MP के सभी रेलवे यार्ड की सुध लेगा। इस दौरान पीसीबी रेलवे यार्ड या रैक प्वाइंट पर प्रदूषण को नापेगा। साथ ही सेंट्रल पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मापदण्डों का कितना पालन हो रहा है, यह भी देखेगा। नियम का पालन नहीं करने वाले यार्ड या रैक प्वाइंट प्रभारी को नोटिस दिया जाएगा। इसकी शुरूआत इटारसी से हो गई है। यहां पीसीबी की 3 सदस्यीय टीम ने माल गोदाम के आसपास के इलाके से मिट्टी और पानी के सेंपल लिए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैब भेज दिया है। इस दौरान टीम ने फील्ड इंसपेक्शन भी किया और एक रिपोर्ट तैयार की है। पीसीबी के अधिकारियों के मुताबिक जांच रिपोर्ट आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि द सूत्र ने लगातार इटारसी रेल गोदाम के कारण हवा और पानी के प्रदूषण का मुद्दा उठाया। द सूत्र ने अपनी खबरों में यह भी बताया कि किस तरह से जहरीले हवा और दूषित पानी की वहज से माल गोदाम के आसपास रहने वाले 25 हजार लोगों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसके बाद इटारसी से माल गोदाम को शिफ्ट किए जाने को लेकर क्षेत्रीय सांसद राव उदयप्रताप ने पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक को पत्र लिखा, साथ ही पीसीबी मंडीदीप ने भी रेलवे को रिमाइंडर लेटर थमा दिया। अब इस पूरे मामले में पीसीबी के मेंबर सेकेटरी एएम मिश्रा ने संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीस टीम को इटारसी भेजा।
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माल गोदाम की वजह से यहां की मिट्टी तक हुई जहरीली
द सूत्र ने अब तक की पड़ताल में आपको बताया कि इटारसी माल गोदाम की वजह से यहां कि हवा और पानी किस हद तक प्रदूषित है। रेलवे का रैक आने पर जब यहां सीमेंट उतरती है तो यहां की हवा में PM-10 की वेल्यू 700 को भी क्रॉस कर जाती है। सीपेज की प्रॉपर व्यवस्था नहीं होने से यहां के पानी में टोटल कोलीफार्म की मात्रा 900 तक है। यह बैक्टिरिया मल मूत्र में पाया जाता है। द सूत्र ने यहां के मिट्टी का सेंपल लेकर उसकी भी जांच करवाई, जो रिपोर्ट हाई वह बेहद चौकाने वाली है। कच्ची मिट्टी के प्लेटफार्म पर सीमेंट और फर्टीलाइजर की लोडिंग—अनलोडिंग की वजह से मिट्टी इस हद तक जहरीली हो गई है कि अब उसे मिट्टी नहीं कहा जा सकता। रिपोर्ट के अनुसार आर्गेनिक कार्बन, पोटेशियम, सल्फर, आयरन और मैगनीज निर्धारित मात्रा से कहीं अधिक पाए गए हैं, वहीं फास्फोरस, जिंक और कॉपर की मात्रा भी वेरी हाई बताई गई है, जो बेहद विस्फोटक व घातक स्थिति है। जानकारों के अनुसार इस मिट्टी में पहले तो कोई फसल लग नहीं सकती, लेकिन यदि कोई सब्जी लग भी गई तो उसके खाने से लोगों का बीमार..बहुत बीमार होना निश्चित है।