युवाओं की भ्रष्टाचार मिटाने चुनाव लड़ने की तैयारी

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युवाओं की भ्रष्टाचार मिटाने चुनाव लड़ने की तैयारी

भोपाल. अरूण तिवारी. राजनीति के अखाड़े में अब खांटी पहलवानों को पटखनी देने नवोदय छात्र उतरे हैं। प्रदेश की चरमराई शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए नवोदय स्कूल के पूर्व छात्रों ने राजनीतिक पार्टी ही बना ली है। इसका नाम नवोदय जनतांत्रिक पार्टी रखा गया है। इस पार्टी से देशभर के ढाई लाख से ज्यादा नवोदय के पूर्व छात्र जुड़ गए हैं। इन छात्रों ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर ली है। इसके लिए पार्टी ने आठ मई को भोपाल में बड़ी बैठक बुलाई है।



रोजगार चाहिए तो हमारे साथ आओ 

नवोदय जनतांत्रिक पार्टी की थीम लाइन बहुत स्पष्ट है। पार्टी के नेताओं के निशाने पर बेरोजगार युवा हैं। पार्टी पदाधिकारी उन्हें अपील करते हुए कहते हैं कि रोजगार चाहिए तो हमारे साथ जुड़िए। यानी पार्टी जब सरकार में आएगी तो बेरोजगारों को रोजगार का पूरा इंतजाम किया जाएगा। रोजगार के अलावा दो और मुख्य मुद्दे हैं जिनसे आम आदमी का सीधा सरोकार है। पहली से बारहवीं तक मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पैदा होने से आखिरी सांस तक मुफ्त और अच्छा इलाज। चुनाव लड़ने के लिए एनजेपी पिछले एक साल से मैदान तैयार कर रही है। स्थापना पिछले साल हुई और तब से दिल्ली से लेकर अलग—अलग शहरों में रोजगार के मुद्दे पर आंदोलन किए जा चुके हैं। 



नवोदय के पूर्व छात्रों से संपर्क 

नवोदय जनतांत्रिक पार्टी के नेता नवोदय के पूर्व छात्रों से संपर्क और संवाद कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अपना स्ट्रीट चैनल भी खोला है। अपने आंदोलनों में खुद सवाल करते हैं और खुद ही जवाब देते हैं। और उन जवाबों को जनता तक पहुंचाते हैं। एनजेपी ने मध्यप्रदेश विधानसभा के साथ ही 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों पर भी फोकस किया है। यानी नवोदय के छात्र विधानसभा में ही नहीं लोकसभा में भी बैठकर अपनी आवाज उठाना चाहते हैं। एनजेपी अपना जनाधार बढ़ाने के लिए नवोदय छात्रों के साथ ही आम लोगों से भी संपर्क कर रही है। 



ऐसे हैं नवोदय स्कूल 

1966 की शिक्षा रिपोर्ट के दिशा निर्देशों के अनुसार, देश में जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित हैं। नवोदय समिति का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण प्रतिभाशाली बच्चों को आधुनिक गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना है। सबसे पहले ऐसे स्कूल प्रयोग के लिए खोले गए। वर्तमान में (31.03.2019 की स्थिति के अनुसार) इन विद्यालयों की कुल संख्या 661 हो गई है। वर्तमान में जवाहर नवोदय विद्यालय 27 राज्यों और 8 संघ शासित राज्यो में संचालित है। नवोदय विद्यालय केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं। इनमें कक्षा-6 से कक्षा-12 तक प्रतिभाशाली बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। नवोदय विद्यालयों में कक्षा-6 के स्तर पर प्रवेश के साथ-साथ प्रवेश परीक्षा के जरिए कक्षा-9 और कक्षा-11 में प्रवेश दिया जाता है।

 


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