ललित उपमन्यु, इंदौर. दो महीने की शांति के बाद इंदौर नगर निगम ने फिर सुभाष मार्ग से रामबाग तक बनने वाली सड़क का रुख किया है। तीन दिन से वहां घरों-दुकानों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लाल निशान लगाने का काम चल रहा है। जल्दी ही वहां बुलडोजर और जेसीबी की घरघराहट सुनाई देगी। इंदौर नगर निगम के निशाने पर 242 मकान-दुकान हैं, मकान और दुकानों के अवैध हिस्से तोड़े जाएंगे। इसके बाद 100 फीट चौड़ी रोड बनाई जाएगी।
30 फीट की सड़क 100 फीट चौड़ी होगी
पुराने इंदौर की ये सड़क अभी बमुश्किल 30 फीट चौड़ी है। डेढ़ किलोमीटर की इस सड़क पर तीन चौराहे आते हैं और वहां रोज जमा की स्थिति बनती है। मास्टर प्लान के मुताबिक इसे दोनों तरफ 50-50 फीट चौड़ा किया जाना है। 35 करोड़ की इस सड़क के लिए दो महीने पहले भी नगर निगम की टीम सेंट्रल लाइन लगाने पहुंची थी, तो लोगों ने भारी विरोध कर दिया था। क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय को भी मोर्चा संभालना पड़ा था। लोगों का कहना था कि सड़क की चौड़ाई 80 फीट कर दी जाए तो कई निर्माण बच जाएंगे। इसी मुद्दे पर काम रुक गया था। अब दो-तीन दिन से फिर निगम ने हलचल बढ़ा दी है।
242 मकान-दुकान के हिस्से टूटेंगे
करीब डेढ़ किलोमीटर बनाए जाने वाले इस मार्ग के प्राथमिक सर्वे में 242 निर्माण बाधक बन रहे हैं। जिनके आगे के हिस्से पर जेसीबी चलेगी। जानकारी के मुताबिक इसमें कई निर्माण तो ऐसे हैं जिनका अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
एमजी रोड के सामानांतर सड़क मिल जाएगी
ये सड़क पुराने इंदौर को नए इंदौर से उसी तरह जोड़ती है, जैसे शहर के एमजी रोड और जवाहर मार्ग। निगम ने इसलिए इसे अपनी विस्तार योजना में शामिल किया ताकि दोनों मार्गों से यातायात का दबाव कम हो जाए।
100 फीट चौड़ी ही बनेगी सड़क
नगर निगम इंदौर के एई और प्रोजेक्ट प्रभारी डीआर लोधी का कहना है कि सड़क तो 100 फीट चौड़ी ही बनेगी। अगर लोगों की मांग पर सड़क की लंबाई-चौड़ाई घटाते रहेंगे तो मास्टर प्लान का मतलब ही नहीं रह जाएगा।