Singrauli. प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए नगरीय निकाय चुनावों में सिंगरौली में आप की मेयर रानी अग्रवाल ने शानदार जीत दर्ज की है। महापौर पद पर जीत के साथ दी आप की प्रदेश में एंट्री हो गई है। सिंगरौली में महापौर के साथ ही 5 आप के 5 पार्षद भी जीते हैं। इसके अलावा ग्वालियर में भी आप की महापौर प्रत्याशी रुचि गुप्ता ने कड़ी टक्कर दी। आप पार्टी से प्रदेश 17 पार्षदों ने जीत दर्ज की है। प्रदेश में मिली बड़ी जीत से आप पार्टी गदगद है। सिंगरौली में नवनिर्वाचित महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि यहां भी दिल्ली मॉडल की तर्ज पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिंगरौली में फ्री, बिजली देने का प्रयास किया जाएगा। रानी अग्रवाल अब दिल्ली मॉडल पर काम करने की तैयारी में हैं। सिंगरौली में फ्री बिजली-पानी का उनका सीक्रेट प्लान तैयार है। पार्टी के 5 पार्षदों के साथ एमआईसी (मेयर इन काउंसिल) के गठन को लेकर भी उनकी तैयारी पूरी हो चुकी है। यदि इसके लिए आंदोलन भी करना पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगी। जनता की समस्याओं का सभी स्तर पर निदान किया जाएगा। सिंगरौली निगम में जारी भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। शहर का चहुंमुखी विकास में कोई कसर नहीं रखी जाएगी।
एमपी में AAP का चेहरा बनीं 'रानी'
आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली नगर निगम में मेयर के तौर पर पूर्व भाजपा नेत्री रानी अग्रवाल को मैदान में उतारा। रानी अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को धूल चटाते हुए 9,352 मतों से पटखनी दे दी। इस तरह एमपी में AAP का खाता खुल गया। रानी अग्रवाल को 34 हजार 585 मत मिले। वहीं चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को 25 हजार 233 मत मिले। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही। उसके प्रत्याशी अरविंद सिंह चंदेल को 25 हजार 31 मत मिले। बसपा प्रत्याशी बंशरूप शाह 12 हजार 318 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। यहां कुल 12 प्रत्याशी मैदान में थे। सिंगरौली में महापौर पद पर जीत मिलने से पार्टी काफी उत्साहित हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में दमखम के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। रानी अग्रवाल के प्रचार में पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी रोड शो किया था।
कौन हैं रानी अग्रवाल
46 वर्षीय रानी अग्रवाल 2018 के विधानसभा चुनाव में सिंगरौली सीट से आप प्रत्याशी के तौर पर उतरी थीं। तब 22% वोट के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं। तब रानी को 32,167 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी रेणु शाह को 32,980 और जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी राम लल्लू वैश्य को 36,706 वोट मिले थे। पति प्रेम अग्रवाल लकड़ी का काम करते हैं। दो बेटों में एक सीए है, दूसरा प्राइवेट जॉब करता है। दोनों की शादी हो चुकी है।
सरपंच से मेयर तक का सफर
रानी अग्रवाल बरगवां ग्राम पंचायत से सरपंच रह चुकी हैं। इसके साथ ही वह वार्ड क्रमांक 3 से जिला पंचायत सदस्य भी चुनी गई थीं। 1976 में जन्मीं रानी की शिक्षा बारहवीं तक है। 2018 में भाजपा से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुई थीं। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंगरौली में पार्टी चंद लोगों की गिरफ्त में है। उनकी चार पीढ़ियों ने BJP की सेवा की, लेकिन पार्टी में सम्मान नहीं मिला।
इस वजह से मिली जीत
सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र में 37 हजार ब्राह्मण मतदाता है। ये समुदाय बीजेपी से नाराज था। इसका फायदा आम आदमी पार्टी को मिला। ब्राह्मण मतदाता ने आप के पक्ष में मतदान किया। ये समुदाय भाजपा प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को टिकट देने से नाराज था। यह सीट सामान्य थी और ओबीसी उम्मीदवार बनाए जाने पर जमकर विरोध किया गया जिसके फलस्वरूप आप उम्मीदवार रानी अग्रवाल लोगों की पहली पसंद बनी। साथ ही बीजेपी प्रत्याशी द्वारा ब्राह्मण समुदाय को खुलेआम गालियां व जान से मारने की धमकी देने संबंधी एक ऑडियो मतदान से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो ने पूरा चुनावी परिदृश्य ही बदल दिया जिसका परिणाम सभी के सामने है।