गणेश विश्वकर्मा, पन्ना. अनोखे और जोखिम भरे पारी उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रंगपंचमी की संध्या बेला में अनोखे खेल का शुभारंभ होगा। इसमें तीस फीट लंबे पेड़ के तने के ऊपर बांधी गई गुड़ की पारी के लिए जद्दोजहद होती है। खेल में पुरुषों और महिलाओं की दो टीमें बनाई जाती हैं। इसके बाद लाठियों का अनोखा खेल शुरू होता है।
बुंदेलखंड के अनोखे पारंपरिक खेल की तैयारियां पूरी, पन्ना के अजयगढ़ में लाठियों की बरसात के बीच गुड़ की पारी के लिए होगी जद्दोजहद#Bundelkhand pic.twitter.com/I2eWGNA3N8
— TheSootr (@TheSootr) March 22, 2022
ऐसे खेला जाता है खेल: अजयगढ़ के माधवगंज चौराहे पर खेल का आयोजन होता है। पुरुषों की टीम के खिलाड़ी तने पर चढ़कर गुड़ की पारी लाने की कोशिश करते हैं, तो वहीं महिलाएं लाठियां बरसाकर उन्हें रोकने की कोशिश करती हैं। ऊपर चढ़ने वाले खिलाड़ी के बचाव के लिए पुरुष टीम के खिलाड़ी महिलाओं के वार को लाठियों से ही रोकते हैं। इस खेल में लाठियों के वार से चोट लगने का जोखिम भी रहता है।
सदियों पुराना पारी महोत्सव: बुंदेलखंड के पारंपरिक खेल की सदियों पुरानी परंपरा है। पेड़ के तने पर चढ़कर गुड़ की पारी लाने वाला विजेता होता है। गुड़ की पारी के साथ इनामी राशि भी होती है। समाजसेवी और आयोजन समिति विजेता को अलग से भी इनाम देती है। माधवगंज चौराहे पर हजारों की संख्या में लोग एकत्रित होकर इस पारंपरिक खेल का आनंद उठाते हैं।