संजय गुप्ता, INDORE. जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी इंदौर में राशन माफियाओं का लालच खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 20 अक्टूबर को कलेक्टर मनीष सिंह को गोपनीय सूचना मिली थी कि पप्पू अग्रवाल नाम के व्यक्ति ने गोदाम में गरीबों के लिए बिकने वाले चावल का स्टोर करके रखा है। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर को उन्होंने कार्रवाई के लिए कहा। अपर कलेक्टर ने गोपनीय रूप से टीम बनाकर मौके पर भेजी और जब गोदाम खोला गया तो वहां 500 से ज्यादा बोरी चावल रखा मिला। बताया जा रहा है कि यह चावल राशन की दुकानों का है। लेकिन मिली भगत कर इसे सस्ती दरों में खरीद लिया गया और चुपचाप खुले बाजार में बेचने की तैयारी की जा रही थी। सभी आरोपियों के खिलाफ चोर बाजारी एक्ट में केस कर जेल भेजा जाएगा। रासुका जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके पहले मनीष सिंघल के खिलाफ प्रशासन रासुका लग चुका है।
पार्षद ने भी पकड़े थे ऑटो
दो दिन पहले ही मेयर इन काउंसिल के मेंबर और पार्षद मनीष मामा ने एक ऑटो को पकड़ा था, जिसमें गरीबों का राशन रखा हुआ था। जो बाजार में बेचने के हिसाब से ले जाया जा रहा था। इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई की थी।
पांच पर एफआईआर भी हुई थी
प्रशासन ने आजादनगर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल को अवैध रूप से खरीदने और बेचने के मामले में वसीम सईद, नासिर समद, अनवर इशाक, इश्लामुद्दीन औ नजमुद्दीन के खिलाफ एफआईआर कराई थी।