भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भ्रष्ट और दागी IPS अफसरों को नौकरी से बाहर करने के लिए 26 नवंबर को सुबह 10 बजे मंत्रालय मे बैठक होगी। ये बैठक मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस (Chief Secretary Iqbal Singh) की अध्यक्षता मे होगी। बैठक मे एसीएस राजेश राजौरा (ACS Rajesh Rajoura), डीजीपी विवेक जौहरी (DGP Vivek Johri), छत्तीसगढ़ के डीजीपी वीके सिंह मौजूद रहेंगे।
बड़े फैसले की आशा
पीएचक्यू (PHQ) ने 35 अफ़सरों के नाम भेजे है, जिन पर भ्रष्टाचार सहित अन्य गंभीर आरोप लगे हैं। इनमें डीजी पुरुषोत्तम शर्मा, एडीजी संजय माने, मधु बाबु, सुशोभन बैनर्जी के अलावा कई नाम शामिल है। इस बैठक में सभी अफसरों का रिकॉर्ड देखा जाएगा। इसके बाद 25 साल की सेवा अथवा 50 साल की उम्र के फॉर्मूले पर विचार होगा। बैठक मे जिन अफसरों को इस फॉमूले के आधर पर बाहर करने की सहमति बनेगी, उनका प्रस्ताव डीओपीटी और गृह मंत्रालय को भेजा जाएंगा। हालांकि अंतिम निर्णय केंद्र सरकार का होगा।
क्या है, पूरी नीति
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 25 साल की सेवा अथवा 50 साल की उम्र के फार्मूले पर हर साल सरकारी अधिकारियों का परफॉर्मेंस रिव्यू करने का निर्देश दिया है। इसी के चलते ये बैठक हो रहीं है। इस बैठक में निर्णय लिया जाता है कि दागी को नौकरी में रखा जाए, या रिटायरमेंट दे दिया जाए। इस बैठक मे भ्रष्ट, दागी, अनुशासनहीन या शारीरिक रूप से अक्षम अधिकारियों की छटनी की जाती है।
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