Ujjain. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पत्नी के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। राष्ट्रपति के साथ प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। यहां राष्ट्रपति, उनकी पत्नी और सभी अतिथियों ने गर्भगृह में पहुंचकर बाबा महाकाल का विशेष पूजन अभिषेक किया। राष्ट्रपति कोविंद के दौरे को लेकर पुलिस-प्रशासन जगह-जगह वहीं पुलिस और जिला प्रशासन ने व्यवस्था के नाम पर हरे-भरे पेड़ काट दिए।
नंदी हॉल में बैठकर शिव की आराधना
गर्भ गृह में पंचामृत अभिषेक के बाद नंदी हॉल में बैठकर शिव आराधना की। यहां पंडित ने मंत्र उच्चारण के साथ विशेष अभिषेक कराया। राष्ट्रपति के महाकाल मंदिर पहुंचने के पहले मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। राष्ट्रपति यहां करीब 30 मिनट से ज्यादा रुके। बता दें कि रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनने से पहले भी कई बार महाकाल मंदिर आ चुके हैं।
महाकाल मंदिर में राजसी साज-सज्जा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत में पूरे शहर को सजाया गया था। बाबा महाकाल मंदिर में राजसी साज-सज्जा की गई। परिसर में रेड कारपेट और कालीन बिछाई गई। प्रशासन के आला अधिकारी सुबह से ही महामहिम की अगवानी की तैयारियों में जुटे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी।
प्रशासन ने क्यों दी हरे-भरे पेड़ों की बलि ?
महामहिम राष्ट्रपति के स्वागत के लिए प्रशासन ने खूब तैयारियां की थीं। प्रशासन ने सड़क के किनारे लगे हरे-भरे पेड़ भी काट डाले। सड़क के किनारे लगे कई पेड़ों को धराशायी कर दिया गया। महामहिम के स्वागत के लिए ऑक्सीजनदायी पेड़ों की बलि दे दी गई। महामहिम के स्वागत के लिए शहर की साज-सज्जा करना अच्छा है लेकिन प्रशासन ने पेड़ों की बलि क्यों दी ये बात कुछ हजम नहीं हो रही है। हरे-भरे पेड़ों को काटना सरासर गलत है।
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— TheSootr (@TheSootr) May 29, 2022