Jabalpur. जेल डॉक्टर से सैटिंग करके बेवजह की बीमारियों का इलाज कराने के बहाने कैदी बाहर की आबोहवा का लुत्फ अब नहीं उठा पाऐंगे। क्योंकि अब बीमार कैदियों को बार-बार अस्पताल ले जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। जेल प्रशासन ने सेंट्रल जेल में ही टेली मेडिसन सेंटर खोलने का निर्णय किया है। जिसके माध्यम से मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टर ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। जेल में ही बंदी के साथ ऑनलाइन जुड़कर विशेषज्ञ डॉक्टर चिकित्सकीय परामर्श देंगे और जेल डॉक्टर ही बड़ी बीमारियों का इलाज जेल अस्पताल में ही करेगा।
मेडिकल कॉलेज से होगा अनुबंध
टेली मेडिसन सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की हर समय उपलब्धता हो इसके लिए जेल प्रबंधन मेडिकल कॉलेज से अनुबंध करेगा। यदि सब सही रहा तो जल्द ही यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी।
अन्य जिलों की जेल-उपजेल को भी जोड़ेंगे
खास बात यह है कि इस नवाचार से केवल सेंट्रल जेल ही नहीं आसपास की जेलों और उपजेल को भी जोड़ा जाएगा। क्योंकि आसपास की जेलों से भी बीमार बंदी जबलपुर रेफर किए जाते हैं। इस नवाचार से जहां बंदियों को समय पर उपचार मिल जाएगा वहीं एक जगह से दूसरी जगह तक बंदियों को लाने ले जाने में होने वाले खर्च की भी बचत होगी।
अस्पताल को ही ऐशगाह बना लेते हैं कैदी
आमतौर पर यह देखा गया है कि विक्टोरिया और मेडिकल अस्पताल में भर्ती होने वाले कैदी सैटिंग के जरिए अस्पताल के वार्ड को ही अपनी ऐशगाह बना लेते हैं। वहीं अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान गैंगवार और कैदी के फरार होने की घटनाएं भी जब तब होती रहती हैं। नई व्यवस्था से कैदियों की यह मनमानी भी बंद हो जाएगी।
जगह की हो रही तलाश
टेलीमेडिसन सेंटर के लिए सेंट्रल जेल और मेडिकल कॉलेज दोनों संस्थानों में जगह का चयन किया जा रहा है। सेंटर में ऑनलाइन कनेक्शन की सुविधा के साथ ही मोबाइल और कैमरे की भी सुविधा रहेगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या वीडियो कॉल के जरिए डॉक्टर और मरीज मुखातिब हो सकेंगे। इसके लिए जगह तय करने के साथ ही जरूरी उपकरण जुटाए जा रहे हैं।