भोपाल. मध्यप्रदेश के इंजीनियरिंग (engineering) और पॉलिटेक्निक के अतिथि लेक्चररों ने फिक्स सैलेरी (Salary) की मांग की है। इसके लिए लेक्चरर ने लाल स्याही से तकनीकी शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा है। लेक्चरर ने बताया है कि हमारी नियुक्ति 11 महीने के लिए होती है, लेकिन सैलेरी छह महीने की क्यों? शिक्षकों ने तकनीकी शिक्षा विभाग (technical education department) से 12 महीने सैलेरी देने की मांग की है।
न्यूनतम मानदेय की मांग
प्रदेश के 5 इंजीनियरिंग और 67 पॉलिटेक्निक के लेक्चरर ने तकनीकी शिक्षा विभाग को यह लेटर लिखा है। लेक्चरर ने कहा कि संस्था के स्वीकृत पदों पर जो भी अतिथि लेक्चरर रखे जाते हैं। उन सभी के लिए न्यूनतम मानदेय की राशि तय की जाए।
समान काम के समान वेतन
लेक्चरर ने प्रदेश के कॉलेजों में समान वेतन की मांग है। उन्होंने बताया कि इंदौर और भोपाल में लेक्चरर को 30 हजार से ज्यादा का वेतन मिलता है। लेकिन रीवा, उज्जैन सागर में यह वेतन चार से आठ हजार क्यों है।