BHOPAL. सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राशन वितरण के दौरान अब आंखों की पुतलियों का मिलान कर राशन बांटा जाएगा। राशन वितरण व्यवस्था की यह नई व्यवस्था दिल्ली के बाद मध्यप्रदेश में भी लागू की जा रही है। दरअसल पिछले दिनों तीर्थ दर्शन योजना की री-लॉन्चिंग के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान को इसको लेकर एक महिला ने सुझाव दिया था। आई स्कैनर की यह व्यवस्था लागू होने के बाद ऐसे लोगों को राशन लेने में परेशानी नहीं आएगी, जिनके फिंगर प्रिंट मैच नहीं होते।
महिला ने यह दिया था सुझाव
पिछले दिनों तीर्थ दर्शन योजना की री-लॉन्चिंग के दौरान जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोगों को संबोधित कर रहे थे। उस दौरान एक यूजर रजनी सोनी ने सुझाव दिया था कि दिल्ली, बिहार में गरीब बुजुर्गों और मजदूरों के लिए ओटीपी, आधार कार्ड के अलावा आई स्कैनर का भी राशन लेने के लिए विकल्प दिया गया है। ताकि बुजुर्ग और मजदूरों को राशन लेने में समस्या न आए। इसके बाद प्रदेश में भी अब आई स्कैनर के विकल्प को लागू किए जाने की तैयारी की जा रही है।
अभी यह है प्रदेश में नियम
मध्यप्रदेश में राशन वितरण के लिए कई विकल्प दिए जाते हैं। प्रदेश में नियम हैं कि राशन लेने के लिए उचित मूल्य के दुकान पर अपने फिंगर प्रिंट स्कैन कराना होता है। इसके मैच होने के बाद ही राशन दिया जाता है, यदि फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो रहा है, तो किसी ऐसे व्यक्ति को नॉमिनेट भी बनाया जा सकता है। जो उपभोक्ता के स्थान पर नॉमिनेशन के रूप में अपने फिंगर प्रिंट दे सके।