Jabalpur. स्कूल बसों के नियम विरुद्ध संचालन और स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ पर अंकुश लगाने सड़क परिवहन विभाग सत्र की शुरूआत के साथ ही मुस्तैद हो गया है। आरटीओ की टीम ने जबलपुर में करीब 40 स्कूल बसों की जांच की। जिनमें से 3 बसों में न तो सीसीटीवी कैमरा था और न ही स्पीड गवर्नर, वहीं कई बसों में स्कूल के नाम गायब थे तो फिटनेस और परमिट सर्टिफिकेट भी नदारद पाए गए। आरटीओ संतोष पाल ने 3 बसों को जब्त करते हुए बाकी पर चालानी कार्रवाई की है।
हादसे से पहले ही मुस्तैदी
वैसे तो हर बार कोई बड़ा हादसा होने के बाद परिवहन मंत्रालय बड़े-बड़े दिशानिर्देश जारी करता है लेकिन इस बार इस औचक निरीक्षण से स्कूल बस संचालक भी सतर्क हो गए हैं। आरटीओ संतोष पाल ने बताया कि जांच अभियान के दौरान स्कूल बसों में अनेक खामियां पाई गईं। जिन पर सख्ती से कार्रवाई की गई है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।
टीम का हुआ गठन
आरटीओ कार्यालय ने खासकर स्कूल बसों की चैकिंग के लिए अलग से टीम का गठन कर दिया है। यह टीम स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरा, आपातकालीन खिड़की, फर्स्ट एड बॉक्स, परमिट और फिटनेस समेत तमाम सुविधाओं की जांच करेगी।