Rajgarh. आवेदक पवन कसेरा (Pawan Kasera) निवासी सारंगपुर (Sarangpur) ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त (Superintendent of Police, Lokayukta) भोपाल मनु व्यास को एक शिकायती आवेदन दिया। इस आवेदन में बताया गया था कि वो नगर पालिका (Lokayukta, Municipality) में ठेकेदारी का कार्य करते हैं। नगर पालिका सारंगपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (Chief Executive Officer) अशोक भमोरिया (Ashok Bhamoria) उसके किए गए कार्यों के बिल को पास करने के एवज में 8 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत (Bribery) की मांग कर रहे हैं। शिकायत सत्यापन उपरांत 3 जून को पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अशोक भमोरिया को दस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक पवन कसेरा द्वारा सारंगपुर नगर पालिका में ठेकेदारी के काम किए जाते हैं। विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों के उनके द्वारा ठेके लेकर काम किए जाते हैं। ऐसे में 1 जून को पवन कसेरा ने पुलिस अधिक्षक लोकायुक्त भोपाल में एक लिखित शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि नगर पालिका में किए गए विभिन्न विकास कार्यों का उनको 11 लाख 26 हजार रुपये का भुगतान प्राप्त करना है, लेकिन सीएमओ द्वारा भुगतान नहीं किए जा रहे हैं। सीएमओ ने शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये लेकर जैसे ही जेब में रखे उसी बीच टीम ने पहुंचकर उनको धर दबोचा। देर रात तक कार्रवाई जारी थी। पूरी कार्रवाई लोकायुक्त डीएसपी डा सलिल शर्मा, निरीक्षक मयूरी गौर, रामदास कुर्मी, बृजबिहारी पांडे, आर मनोज मांझी, हेमंत ठाकुर की उपिस्थति में की गई।
रंगे हाथों पकड़ा
सीएमओ जिस कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे, वहीं पर संबंधित को 10 हजार की रिश्वत देने के लिए बुलाया। शिकायतकर्ता को राठी कॉलोनी किराए के आवास में आकर 10 हजार रुपए की राशि देने के लिए कहा था। इसी बीच पवन कसेरा ने वहां पहुंचकर राशि दी, तब ही टीम ने कार्रवाई कर दी।