राजगढ़. तहसीलदार समेत प्रशासनिक अमले पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश करने वाले बीजेपी नेता के खिलाफ प्रशासनिक अमला लामबंद हो गया है। राजगढ़ के सभी एसडीएम, तहसीलदार, तहसीलदार और राजस्व अमले ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। साथ ही कलेक्ट्रेट के सामने प्रशासनिक अमले ने जमकर नारेबाजी की। सभी ने भूमाफिया भगवान सिंह राजपूत के खिलाफ धारा-307 (हत्या की कोशिश) लगाकर तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। प्रशासनिक अमले की मांग है कि तीनों भाईयों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। मामले में गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाने वाले पुलिस अधिकारियों को भी तुरंत हटाया जाए।
सामूहिक हत्याकांड करना चाहता था: अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि दल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा था। तभी भगवानसिंह राजपूत ने तहसीलदार और उनके दल के ऊपर आग लगाने की मंशा से पेट्रोल डाला दिया। उसने कोटवार की जेब फाड़कर आग लगाने की कोशिश की। इससे साफ होता है कि आरोपी भगवानसिंह और उसके भाई सामूहिक अग्निकांड कर सामूहिक हत्याकांड करना चाहते थे। वहीं, कलेक्टर ने कहा कि वह अगर भूमाफिया है, तो फाइल तैयार करो। आज ही कार्रवाई की जाएगी।
ये है पूरा मामला: जिले के पचोर में नगर निगम की टीम और तहसीलदार (Petrol thrown at Tehsildar) को बीजेपी नेता पर कार्रवाई करना भारी पड़ गया। 7 फरवरी को बीजेपी नेता ने तहसीलदार समेत प्रशासनिक अमले पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। दरअसल राजगढ़ कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार राजेश सोरते अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे थे। लेकिन गुस्साए बीजेपी नेता भगवान सिंह राजपूत की गुंडई की वजह से प्रशासनिक अमले को अपनी जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। तहसीलदार के मुताबिक, शिवालय रोड पर नगरपालिका निर्माण कार्य कर रही थी। निर्माण कार्य में भगवान सिंह राजपूत का 1 मीटर का एरिया अतिक्रमण में आया। वहां पर फैसिंग थी, कोई कन्सट्रक्शन नहीं था। चूने की लाइन डालकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही थी। भगवान सिंह के पास पहले से ही पेट्रोल उपलब्ध था। वो घर के अंदर से पेट्रोल निकालकर आया, और सभी लोगों के ऊपर डाल दिया।