Seoni,Vinod Yadav. सिवनी में नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के ठीक पहले पुलिस ने निर्दलीय पार्षदों को लामबंद कर मोर्चा खोले रंजीत वासनिक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने एक बार फिर सत्ता बल और धन बल के दुरूपयोग के आरोप बीजेपी पर लगाए हैं। सिवनी जिले के बरघाट नगर परिषद में अध्यक्ष उपाध्यक्ष के चुनाव संपन्न होने के एक दिन पहले ही नया मोड़ आ गया है। सात निर्दलीय प्रत्याशी के साथ जीतकर आए बरघाट के पूर्व नगरपरिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक को पुलिस ने पीएम आवास की गड़बड़ी के मामले में हिरासत में ले लिया है। दरअसल बीते पंचवर्षीय मे पीएम आवास योजना में हुए घोटाले में मुख्य रंजीत वासनिक मुख्य आरोपी बनाया गया था । हाई कोर्ट से स्टे लेने के बाद नगर परिषद चुनाव में अपने समर्थकों के साथ लड़ा था चुनाव, और 7 पार्षद के साथ पत्नी को अध्यक्ष बनाने के फिराक में थे।
सिवनी पुलिस ने एक दिन पहले न्यायालय से अभिमत लेकर घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिसको लेकर क्षेत्रीय लोग राजनैतिक षड्यंत्र भी बता रहे हैं। हम आपको बता दे कि 8 अगस्त को नगर परिषद बरघाट और छपारा मे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना है जिसमे बरघाट नगर परिषद में त्रिकोणीय मुकाबला था ओर सबसे ज्यादा 7 पूर्व नगर परिषद के अध्यक्ष रंजीत वासनिक के खड़े किए गए निर्दलीय जीतकर आए थे। एक प्रत्याशी को मिलाकर फिर से नगरपरिषद में अध्यक्ष पद के लिए काबिज हो सकते थे लेकिन उसके एक दिन पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर राजनैतिक हलचल बढ़ा दी है और भाजपा के लिए रास्ते खोल दी है
किसी चुनाव को छोटा नहीं मान रही बीजेपी
बीजेपी नेता हमेशा से कहते आए हैं कि उनके लिए कोई चुनाव छोटा नहीं होता। लेकिन इस प्रकार जोड़-तोड़ की राजनीति को खांटी बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी में कांग्रेस का संक्रमण भी करार दे रहे हैं। हालांकि खुल कर ऐसा बोलने की हिमाकत कोई नेता या कार्यकर्ता नहीं कर रहा।