सुनील शर्मा, Bhind. भिंड में गोहद के नायब तहसीलदार का रीडर 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ग्वालियर की लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की। गोहद तहसील कार्यालय में जमीन के बंटवारे के बदले में नायब तहसीलदार के रीडर मनीष शर्मा ने 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त की टीम ने आरोपी रीडर को 10 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
रिश्वत के लिए लंबे वक्त से काम अटका रखा था
नायब तहसीलदार के रीडर मनीष शर्मा ने टुडीला गांव के रहने वाले नेतराम कुशवाह से 15 हजार रुपए की रिश्वत की मांगी थी। नेतराम कुशवाह टुडीला गांव की जमीन का बंटवारा कराना चाहता था लेकिन रिश्वत के लिए नायब तहसीलदार के रीडर ने लंबे वक्त से काम अटका रखा था। इसके बाद नायब तहसीलदार के रीडर मनीष शर्मा ने जमीन का बंटवारा करने के लिए 15 हजार रुपए मांगे। नेतराम कुशवाह ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त में की।
लोकायुक्त ने बनाया गोहद जनपद से ट्रैप करने का प्लान
ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने वॉइस रिकॉर्डर के जरिए आरोपी रीडर को गोहद जनपद से ही ट्रैप करने का प्लान बनाया। तय रणनीति के तहत फरियादी नेतराम कुशवाह गोहद पहुंचा और आरोपी से बातचीत की जिसके बाद आरोपी रीडर ने उसे अपने साथ कर में बैठाया और कुछ समय बाद कार से उतार दिया। इसी बीच उसने 10 हजार रुपए फरियादी से कार में ही रखवा लिए जिसके बाद लोकायुक्त ने ट्रैप करते हुए रीडर मनीष शर्मा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के वक्त लोगों ने किया विरोध, रिश्वत की बात पता चलने पर माने
नायब तहसीलदार के रीडर मनीष शर्मा की गिरफ्तारी के वक्त तहसीलदार कोर्ट में काफी भीड़ थी। ऐसे में कोर्ट परिसर में इकट्ठा लोग विरोध करने लगे। लोकायुक्त निरीक्षक राघवेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जब लोगों ने विरोध किया तो हमने पूरा घटनाक्रम लोगों को बताया कि किस तरह रीडर घूस की मांग कर रहा था। इसके बाद किसी ने विरोध नहीं किया। आपको बता दें कि कुछ महीने पहले गोहद जनपद कार्यालय में विवाह प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पंचायत सचिव वीरेंद्र सिंह को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था।