GWALIOR News. बीजेपी और कांग्रेस ने अंतिम क्षणों में अपने पार्षद पद के लिए अपने -अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की लेकिन इसके बावजूद अंतिम क्षणों में बीजेपी और कांग्रेस के टिकट की बाट जोह रहे असफल लोगों ने सूची जारी होते ही फटाफट तैयारी की और निर्दलीय अपना नामांकन जमा कर अपने -अपने अधिकृत प्रत्याशियों को मुसीबत में डालकर उनकी धड़कने तेज़ कर दीं। कांग्रेस के 50 नेताओं ने बगावत की तो बीजेपी के इससे दुगने से भी ज्यादा यानी 109 नेताओं ने बागी होकर अपने नामांकन डाल दिये ।
कांग्रेस के 50 बागी
टिकट वितरण में पक्षपात के आरोप कॉंग्रेस में भी है। जिला कांग्रेस के दो पदाधिकारी और एक मण्डलम का पदाधिकारी टिकट सूची जारी होने से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं जबकि टिकट न मिलने से नाराज वार्ड 66 के दावेदार संजय बघेल ने अपने समर्थकों के साथ जिला कांग्रेस कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान उनकी जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा से नोक झोंक भी हुई थी। अंतिम क्षणों में कांग्रेस के 32 विद्रोहियों ने अपने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिए । वार्ड 18 में कांग्रेस के पांच बागियों ने पर्चे भर दिए। अनेक वार्डो में एक से लेकर चार तक बागी मैदान में कूद पड़े है। एक आंकड़े के अनुसार कॉंग्रेस के पचास नेताओ ने बगावत करके अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ पर्चे भरे हैं।
बीजेपी में ज्यादा बगावत
कई दशको से ग्वालियर नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है सो उसमे टिकट के दावेदारों की संख्या भी ज्यादा थी । उस पर भी लगभग 18 टिकट बीजेपी कार्यकर्ताओं के खाते से सरककर कांग्रेस से आये केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ आये उनके समर्थकों के खाते में चले गए। इससे बागियों की संख्या और बढ़ गई। यह 108 बताई गई है । इनमे अनेक पूर्व पार्षद भी हैं। पूर्व पार्षद सुजीत भदौरिया,खेमचंद गुरवानी, हेतराम बाथम,पार्षद पति कौशल वाजपेयी,राजेन्द्र डंडोतिया ने निर्दलीय नामांकन किया जबकि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के खास गुड्डू तोमर ने अपनी पत्नी मधु का पर्चा भरवाया। इनके अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व्यंजना मिश्रा और पूर्व पदाधिकारी ऋतु जैन ने भी नामांकन कर दिया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अनेक बार पार्षद और एमआईसी मेम्बर रह चुके रविन्द्र सिंह राजपूत अपने बेटे को टिकट नही दिला पाए तो अंकित राजपूत ने निर्दलीयी ताल ठोक दी है। इसी तरह सिंधिया समर्थक बीजेपी के जिला मंत्री सतेंद्र शर्मा की पत्नी अंजलि और युवा मोर्चा पदाधिकारी राम अवतार बैस, पूर्व पार्षद जबर सिंह राजपूत ने अपने भाई की पत्नी का नामांकन भरा दिया।
ब्रजेश को फिर टिकट नही दिया
बीजेपी ने पिछले चुनाव में वार्ड 26 से ब्रजेश गुप्ता को टिकट नही दिया था। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की लेकिन जीत के बावजूद वे रहे बीजेपी के साथ । इस बार भी उन्होंने पार्टी से टिकट मांगा लेकिन पार्टी ने लगातार दूसरी बार भी उनकी मनुहार नही सुनी और उन्हें इस बार भी निर्दलीय मैदान में उतरना पड़ा।
रूठो को मना लेंगे
हालांकि बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी कहते है कि एक वार्ड में कई अच्छे और सक्षम दावेदार रहते हैं लेकिन टिकट किसी एक को ही दिया जा सकता है । तात्कालिक नाराजी में कुछ लोगों ने नामांकन भरे होंगे लेकिन वे बीजेपी कार्यकर्ता हैं। उन्हें मनाएंगे तो मान जाएंगे। सब पर्चे वापिस हो जाएंगे।